मेरठ थाना टीपीनगर क्षेत्र से हरिद्वार में कांवड़ लेने गए चाचा-भतीजे की गंगा में डूबकर मौत हो गई है। टीपीनगर के मलियाना से रामबीर ने नया पिकअप खरीदने पर हरिद्वार से गंगाजल लाने की मन्नत मांगी थी। लेकिन एक हादसे ने उनसे उनका भाई और बेटा ही छीन लिया। सूचना मिलने पर परिवार के सभी लोग हरिद्वार के लिये रवाना हो चुके है वही घर मे कोहराम मचा हुआ है।
मेरठ टी पी नगर थाना क्षेत्र के मालियाना के एक परिवार के दो लोगो की मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बता दे कि मलियाना निवासी चाचा भतीजो की ऋषिकेश में डूबने से मौत हो गई। दोनों दो दिन पहले हरिद्वार गंगाजल लेने गए थे सोमवार सुबह दोनों नीलकंठ पर जल चढ़ाने जा रहे थे ऋषिकेश में जल भरने के दौरान दोनों की डूबने से मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार चाचा राहुल 30 पुत्र नरेन्द्र का शव बरामद नहीं हो सका। पुलिस ने अंश उम्र 12 साल पुत्र रामबीर का शव बरामद कर लिए अंश सातवीं क्लास का छात्र था।
टीपीनगर के मलियाना से रामबीर ने नया पिकअप खरीदने हरिद्वार से गंगाजल लाने की योजना बनाई थी। लेकिन वहां उन्होंने अपने बेटे को खो दिया और राहुल का सोमवार देर रात तक पता नहीं चल पाया। मासूम अंश का शव सोमवार शाम जब उसके घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया और वहां लोगों की भीड़ उमड़ गई। जिसने भी अंश का शव देखा उसकी आंख नम हो गई।
बताया गया है कि राहुल एक निजी पब्लिकेशन में काम करते थे। राहुल के पिता की मौत की चुकी है, परिवार में उनकी मां ऊषा, पत्नी पिंकी, पांच साल का बेटा अर्नव और आठ साल की बेटी वंशिका हैं। छोटा भाई मोनू है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी राहुल पर ही थी, उनकी मौत से परिवार बेसहारा हो गया। राहुल की पत्नी और मां रो-रोकर बस यही कह रही थी कि अब परिवार का क्या होगा। गंगा में गोताखोर राहुल की तलाश में गोताखोर जुटे हैं।
हरिद्वार कांवड़ लेने आए मेरठ के दो किशोर सहित चार कांवड़िये सोमवार सुबह गंगा में नहाते समय बहने लगे। घाट पर तैनात एसडीआरफ की टीम ने तुरंत गंगा में छलांग लगाई और चारों को डूबने से बचा लिया। सोमवार सुबह कांवड़ लेने आए राजकुमार (16) पुत्र प्रेमकरन, करण कुमार (16) पुत्र सुरेन कुमार, सचिन कुमार (18), रुपेश कुमार (23) पुत्र हेमकरण निवासीगण हापुड़ रोड घोसीपुर मेरठ सोमवार हरकी पौड़ी से सटे कांगड़ा घाट पर स्नान करने के लिए पहुंच गए। स्नान करते समय चारों पानी के तेज बहाव में बहकर डूबने लगे। एसडीआरएफ ने गंगा में छलांग लगाई और चारों को गंगा से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। गंगा से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।