मेरठ। मंंगलवार को दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे-58 पर पुलिस का टैग लगी वैगनआर कार ने कांवड़ियों को टक्कर मार दी। हादसे में कांवड़ियां घायल हो गया। कावडिए की कावड़ भी खंडित हो गई। शिव भक्तों के जत्थे ने कार सवार को घेर लिया। इसी बीच मौका देखकर चालक फरार हो गया। आक्रोशित कांवड़ियों ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। कार में जमकर तोड़फोड़ की। हंगामा बढ़ने पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर किसी तरह कांवड़ियों को समझा कर शांत कराया।
दिल्ली के पालम निवासी मान सिंह चौधरी अपने साथी के साथ हरिद्वार कांवड़ लेने गए थे। मंगलवार सुबह पैदल यात्रा करते हुए मान सिंह मेरठ पहुंचे। पैदल चलने की वजह से मान सिंह को थकान हो गई। उन्होंने अपनी कांवड़ कंकरखेडा थाना क्षेत्र के कैलाशी अस्पताल के सामने सड़क के साइड में रखकर जमीन पर बैठ गए। तभी कांवड़ मार्ग पर तेज रफ्तार से आ रही वैगनआर कार ने मान सिंह और उसके दोस्त को टक्कर मार दी। जिससे उनकी कांवड़ भी खंडित हो गई। इसके बाद अन्य कावड़ियों ने कार में तोड़फोड़ करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही सीओ दौराला अभिषेक पटेल अपनी टीम के साथ पहुंच गए और उन्होंने कांवड़ियों को समझा कर शांत किया।
आदेश जारी करने के बाद भी कांवड मार्ग पर दौड रहे वाहन
बता दें आवश्यक वाहनों के आवागमन के लिए पुलिस की ओर से पास जारी किए गए हैं। लेकिन उन्हें भी कांवड़ मार्ग पर चालने की अनुमति नहीं हैं। इसके बावजूद कैलाशी अस्पताल के सामने पुलिस कट टैग लगी वैगनआर कार को पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश तक नहीं की। यदि पुलिसकर्मी कार को रोक लेते तो नहीं होता।
कांवड़ खंडित होने पर पुलिस ने दिया जल तो लेने से मना किया
कांवड़ खंडित होने पर पुलिसकर्मियों ने मान सिंह को जल लाकर दे दिया। लेकिन शिव भक्तों ने जल लेने से मना कर दिया। उसका कहना है कि यदि कावड़ खंडित हुई है, तो वो दूसरा जल हरिद्वार से दोबारा लेकर आएंगे। जिसके बाद मानसिंह और उसका दोस्त जल लेने के लिए हरिद्वार निकल गए। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।