मेरठ। यूपी में पुलिस भर्ती की परीक्षा लीक के मामले में दिल्ली में तैनात एक पुलिसकर्मी का नाम आ रहा है। इस बात का खुलासा पकड़े एक अभियुक्त से पता चला । जिसे एसटीएफ ने जींद के एक बेसमेंट से गिरफ्तार किया है।
पकड़े महेन्द्र से की गयी पूछताछ में इस बात का पता चला है। कि दिल्ली पुलिस के तैनात सिपाही विक्रम पहल ने मानेसर में साॅल्वर और अभ्यर्थियों की एक बड़ी मीटिंग करायी थी। इसमें सॉल्वर और परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी पहुंचे थे, जहां पेपर लीक की पूरी डील हुई थी। वहीं, मंगलवार को एसटीएफ ने हरियाणा के जींद से एक आरोपी महेंद्र को अरेस्ट किया है। महेंद्र ने मेरठ के सॉल्वर गैंग सहित अन्य जिलों के सॉल्वर्स को जुटाकर पेपर लीक की डीलिंग कराई थी।इसमें अभिषेक शुक्ला, रवि अत्री गैंग का नाम भी सामने आया है। इसी गैंग ने कई राज्यों में यूपी पुलिस भर्ती का पेपर मनमाने दामों में बेचा है। उसे मेरठ लाया गया है। यहां महेंद्र से पूछताछ हो रही है।
बता दें पिछले दिनों मेरठ एसटीएफ ने पेपर लीक कराने के इस मामले में 6 लोगों को मेरठ कंकरखेड़ा से अरेस्ट किया था। इन 6 लोगों से पुलिस और एसटीएफ ने पूछताछ की थी। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन्हें हरियाणा से किसी महेंद्र नाम के आदमी ने पेपर दिया था।इसके बाद एसटीएफ इन आरोपियों के जरिए महेंद्र की तलाश में जुटी थी। एसटीएफ मेरठ यूनिट महेंद्र पुत्र रामफल जो बराह खुर्द जींद का रहने वाला है। उसे एसटीएफ ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच के बेसमेंट में बनी एक दुकान से अरेस्ट किया है।
एसटीएफ के एएसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी महेंद्र के मोबाइल में पेपर लीक कराने का फोटो, वीडियो भी एविडेंस के रूप में मिले हैं। साथ ही उसके पास 18 फरवरी सेकेंड शिफ्ट का पेपर, आंसर की भी मिली है।