हिम्स अस्पताल में तीमारदारों से स्टाफ ने की बदसलूकी
मारपीट के बाद 15 लाख रुपये छिने , धरने पर बैठे परिजन
मेरठ। मंगलवार को सिवालखास स्थित हिम्स अस्पताल में मरीजों को देखने के लिए आए तीमारदारों के साथ अस्पताल के स्टाफ ने अभद्रता करते हुए उसके साथ मारपीट करते हुए 15 लाख रुपये छीन लिए । जिस पर अस्पताल के बाहर तीमारदार धरने पर बैठ गये। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची । पुलिस तीमारदारों को समझाने के प्रयास में जुटी है। मरीजों के तीमारदारों का कहना है। की मारपीट के दौरान उनके रुपये भी छीन लिए गये है। तीमारदारों का कहना था कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो वो गेट के सामने आत्मदाह करेंगे। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुची ओर तीमारदारों को समझाने का प्रयास किया गया।
ललितपुर निवासी पंडित कुलदीप चौरसिया का आरोप है किडनी फेल होने के चलते उन्होंने अपने छोटे भाई को जानी खुर्द स्थित हिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था। 3 माह के अंदर डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर मरीज से 10 लाख रुपये अब तक ले चुके है। पंडित कुलदीप का आरोप है कि हिम्स अस्पताल को इतना रुपया देने के बाद भी थोड़ा सा भी कोई फायदा नहीं हुआ है।
सोमवार की रात अस्पताल के स्टाफ ने पीड़ित परिवार से 15 लाख रुपये की रकम जमा कराने की बात कही। कुलदीप के पिता रात को किसी तरह पैसा इकट्ठा कर अस्पताल पहुंचे ओर डॉक्टर से सही उपचार करने को कहा तो अस्पताल के स्टाफ ओर गार्डों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए मारपीट शुरू कर दी। पीड़ित का आरोप है कि मारपीट के दौरान उनके पास से 15 लाख रूपये छीन लिये गये। और तीमारदारों को अस्पताल से बाहर कर दिया गया।
कुलदीप का आरोप है कि जब उन्होंने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री पोर्टल ओर मुख्यमंत्री पोर्टल पर करने की बात कही तो हिम्स के स्टॉफ ओर उनके गार्ड्स ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भी गाली गलौच दी। मंगलवार को पीड़ित तीमारदारों ने हिम्स के गेट के बाहर चादर बिछा कर धरना दे दिया ।पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता है तब तक वह धरना समाप्त नही करेंगे। मामले की जानकारी पाकर पुलिस पीड़ित परिवार से बातचीत करने पहुची ओर समझाने का प्रयास किया है। लेकिन पीड़ित परिवार न्याय मिलने तक अपनी बात पर अड़ा हुआ है। वही अस्पताल प्रशासन इस मामले में चुप्पी सांधे हुए है। कोई भी बात करने से कतरा रहा है।