मेरठ। खरखौदा पुलिस ने एक साल पहले बाेरे में मिली लाश का खुलासा कर दिया है। इस हत्या से पर्दा उठाने के लिए पुलिस को पांच सौ मोबाइल कॉल व दो सौ सीसीटीवी कैमरे खंगालने पडें। पुलिस इस मामले में आरोपी पति के भाई को गिरफ्तार किया है। जबकि आरोपी पति की तलाश में पुलिस जुटी है।
बता दें एक साल पहले खरखौदा थाना क्षेत्र के जमुनानगर इलाके में बोरे के अंदर एक महिला की लाश मिली थी। शव मिलने के बाद जब इलाके के सीसीटीवी देखे गए तो एक शख्स बोरे को कंधे पर रख कर गलियों में घूम रहा था। वह बोरी में भरी लाश को सिर में लादे हुए था। धीरे-धीरे चल रहा था। इलाके में लगे कई सीसीटीवी में नजर आया। युवक की उम्र करीब 35 से 40 साल के बीच है। वह काफी देर तक कालोनी में इधर-उधर टहलता भी रहा है।फिर मौका मिलते ही उसने बोरे को फेंक दिया। जब उसको खोला गया तो उसमें महिला की लाश थी। शरीर पर कपड़े नहीं थे। चेहरे पर कटे के निशान थे। नाक से खून बह रहा था। बोरे के पास 500 रुपए का एक नोट भी मिला है। सीसीटीवी सामने आने के बाद पुलिस ने महिला की पहचान की बहुत कोशिश की, लेकिन लाश की पहचान नहीं हो सकी।
पुलिस के लिए महिला की शिनाख्त करना काफी पेचीदा था इस लिए पुलिस ने इलाके में मुनादी भी कराई और घर-घर जाकर लाश के फोटो भी दिखाए। मगर कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने 1 साल के अंदर करीब 500 मोबाइल की कॉल डिटेल और 200 सीसीटीवी कैमरा खंगाले। इसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे थे। वहीं एक होमगार्ड ने महिला की पहचान करते हुए खरखौदा पुलिस को बताया कि महिला को श्याम नगर में देखा गया था। इसके आधार पर पुलिस मृतक महिला के मकान तक पहुंची। मृतक महिला की देवर को हिरासत में ले लिया। इसके बाद इस घटना का खुलासा हुआ।
अब एक साल बाद उस लाश की पहचान बिहार के किशनगंज इलाके की रहने वाली परवीना के रूप में हुई है। परवीना का 1 साल से परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ था। परवीना की शादी मेरठ में हुई थी। उसके पति ने ही उसका कत्ल किया था। कत्ल के बाद उसकी लाश को बोरे में डालकर फेंक दिया। पुलिस आरोपी पति साजिद की तलाश में छापेमारी कर रही है।पुलिस ने परवीना के परिजनों से बात की तो पता चला परवीना का निकाह 2020 में मेरठ निवासी साजिद से हुआ था। साजिद का दूसरा निकाह था। साजिद राजमिस्त्री का काम करता था। परवीना के परिजन गरीब हैं और पिता दिव्यांग हैं। इसलिए वो मेरठ नहीं आ पाए थे। इसलिए उनका परवीना से संपर्क नहीं हो पा रहा था।
व्हाट्सएप पर परवीना के परिजनों को उसकी फोटो भेजी गई। तब जाकर उसकी शिनाख्त हुई। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मृतक महिला की उम्र 23 वर्ष थी और मृतका दो माह की गर्भवती भी थी। मृतक महिला के देवर के अनुसार उसकी हत्या गला दबाकर की गई थी।
खरखौदा थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि मुखबिर से जानकारी मिली कि लिसाड़ी गेट के श्यामनगर के रहने वाले साजिद की पत्नी काफी समय से लापता है। पुलिस ने किसी तरह साजिद के परिवार वालों से संपर्क किया और उन्हें मृतक महिला का व्हाट्सएप के जरिए फोटो दिखाया। मृतक महिला के परिवार वालों ने फोटो देखकर मृतका की शिनाख़्त की।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि खरखौदा पुलिस ने एक वर्ष बाद हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है, जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।