मेरठ। मशहूर गायक व इंडियन आइडल के विजेता पवनदीप राजन व सिंगल अरूणिता कांजीवाला ने मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज में आएसए 98 की सिल्वर जुबली पर आयोजित कार्यक्रमें अपनी आवाज का जलवा बिखेरा। पवनदीप ने आने वाला कल जाने वाला है… शायद कभी ये कह सकूं मैं तुमको…जैसे सुपरहिट गीत गाने शुरू किए तो चिकित्सक व उनके परिवार के सदस्य झूम उठे। इस दौरान दर्शक बेडू पाको बारों मासा… जैसे कई पहाड़ी गानों पर भी खूब डांस किया। सिंगर पवनदीन ने चिकित्सकों को निराश न करते ंहुए जमकर आटॉग्राफ दिए।
कोरोना के चार साल बाद सोमवार को लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज का नजारा कुछ अलग ही दिख रहा था। महाविद्यालय में वर्षो से चली आ रही परम्परा के तहत पुरातन छात्रों का ओएसए 98 बैंच का आयोजन किया गया। आयोजन सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए इंडियन आइडल के विजेता सिंगर पवनदीप व अरूणिता कांजीवाला को बुलाया गया।
स्टेज पर परफोमेस की शुरूआत अरूणिता के गीतों से आरंभ हुई । अरूणिता ने आए हो मेरी जिंदगी में तुम बहार बन के …बस एक बार मेरा कहा मान लिजिए … समेत बॉलीवुड के गीतों पर चिकित्सकों को झुमने के लिए मजबूर करदिया। अरूणिता के गीतों में बार चिकित्सक वंस मोर वंस मोर कहते दिखाई । इसके बाद स्टेज् फारममेंस करने के लिए पवनदीन पहुंचे तो उनके चाहने वाले स्टेज के करीब पहुंच गये। इसके बाद जो पवनदीप ने अपनी आवाज को जादू बिखरें तो चिकित्सक उनके गीतों में खो गये। तुफान कहा कोई आने वाले आज मौसम ..मेरा या दिल , ढूढे तुझे कैसे हुआ , तुम न हो … पहाडी गीत शेरपा हो बरमासा … ओ सयोंनी आदि गीतों पर अपनी जानदार परफोरमेंस दी । इतना ही नहीं तबले पर तुफान है कोई गीतों को जुगलबंदी की तो दर्शक दंग रहे गये।
इससे पूर्व ओएसए मे भाग लेने के लिए अमेरिका से डा सुरभि शर्मा, प्रज्ञा वाषर्णेय, आस्ट्रेलिया से डा आंचल जैन, डा मीनाक्षी , रितु तोमर, नितिन तारा, अरूणाचल प्रदेश से डा लेनिन ,डा लीना, जौधपुर से अभिषेक भारद्वाज ,दक्षिण भारत से रमेश बाूब आदि कार्यक्रम पहुंचे। उन्होंने पुरानी यादे ताजा की। कार्यक्रम में 98 बैंच को पढाने वाले शिक्षकों , मेडिकल काॅलेज के स्टाफ काे सम्मानित करने के साथ । 1977 बैंच के गोल्डन जुबली बना रहे चिकित्सको को भी सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त सामाजिक कार्यो में लगे चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफल बनाने के लिए मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा आर सी गुप्ता, डा अजय मलिक, डा राजकुमार बजाज, तरूण राजपूत, डा विनय शर्मा डा वंदना सिंह, डा सीमा अग्रवाल, डा स्निग्धा सेन, आदि का सहयाेग रहा।