मेरठ के इस्माईल नेशनल महिला पी0जी0 काॅलिज के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा एक दस दिवसीय वैल्यू एडेड कोर्स का प्रारम्भ किया गया। जिसका विषय भारत का पुरातन विज्ञान रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 अनीता राठी ने की तथा कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रभारी डाॅ0 दीप्ति सक्सेना ने किया। कार्यक्रम के प्रथम दिन मुख्य अतिथि व वक्ता प्रो0 मनोज कुमार सिवाच, भौतिक विज्ञान विभाग, मेरठ काॅलिज मेरठ रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो0 अनीता राठी व प्रो0 मनोज कुमार ने सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।
प्रो0 मनोज ने बताया कि भारत का प्राचीन साहित्य अत्यन्त विपुल है। इसमें धर्म, दर्शन, भाषा, शिक्षा, के अतिरिक्त गणित, ज्योतिष, सैन्य विज्ञान, आयुर्वेद, रसायन विज्ञान, धातुकर्म आदि भी वण्र्य विषय रहे हैं। गणित वैदिक साहित्य शून्य के कांसेप्ट, बीजगणित की तकनीकों तथा कलन-पद्धति, वर्गमूल, धनमूल के कांसेप्ट से भरा हुआ है तथा भारतीय विज्ञान की परम्परा भारत में विज्ञान का उदय 3,000 वर्ष पूर्व हुआ तथा प्राचीन काल में ही चिकित्सा विज्ञान, खगोल विज्ञान, गणित के क्षेत्र में भरमा गुप्त व आर्यभट्ट द्वितीय और रसायन विज्ञान में नागार्जुन की खोजों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कार्यक्रम में काॅलिज की आई0क्यू0ए0सी0 काॅर्डिनेटर प्रो0 दीप्ति कौशिक, व काॅलिज की समस्त शिक्षिकाओं के साथ-साथ बी0एस0सी0 विभाग की समस्त छात्राएं उपस्थित रहीं।
वही आज विभागीय प्रभारी डॉ डिप्टी सक्सेना ने कहा कि अगर हम बच्चो को शिक्षा का महत्व नही समझा रहे है तो ऐसी शिक्षा किस काम की जो केवल अपने लिये ही सीमित रह जाये हमारा मानना है कि शिक्षा को जितना बाटा जाता है उतना ज्ञान और बढ़ता है यही बात हमने अपने विद्यायल के शिक्षकों से सीखी है और यही हम अपने विद्यालय के बच्चो को बतलाते है आज हमारे कॉलेज में आये सभी समान्नित अतिथि गण का हम तहे दिल से शुक्रिया करते है कि उन्होंने अपने कीमती समय से अपने कुछ पल हमारे विद्यालय में सांझा किये और बच्चो को भी मार्गदर्शित किया।