मेरठ के थाना परतापुर के वर्ल्ड वॉटर पार्क के अंदर वॉटर स्लाइडिंग कर समय बैंक मैनेजर की मौत हो गई। परिजनों को सूचना मिलने पर पार्क पहुचे ओर पार्क के अंदर जमकर हंगामा किया। आरोप है की वाटर पार्क मे कोई डॉक्टर ही तैनात नहीं है, बाहर से बुलाया। इसके बाद भी कोई डॉक्टर यहां नहीं आया।
मेरठ के वाटर पार्क में नहाने आये मैनेजर वाटर स्लाइडिंग करते समय बेहोश होकर गिर गया था। साथ आए दोस्तों ने मैनेजर को पानी से बाहर निकालकर शोर मचा दिया। आरोप है कि फैंटेसी वाटर पार्क में डॉक्टर न होने के चलते मैनेजर सुभारती अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मोहित के दोस्त उसे बाईपास स्थित सुभारती हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मैनेजर मोहित को मृत घोषित कर दिया। परिवार वाले पार्क में पहुंच गए और लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा कर दिया। हंगामा की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई और किसी तरह मृतक के परिवार वालों को शांत करने के बाद कार्यवाही की बात कही।
मोहित के परिवार वालों का कहना था कि फेंटेसी वर्ल्ड वाटर पार्क की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाटर पार्क मालिकों के खिलाफ थाने में शिकायत करेंगे परिवार वालों का कहना था कि रूलिग के हिसाब से वाटर पार्क में हर समय एमबीबीएस डॉक्टर होना भी जरूरी है। इस वाटर का पार्क में किसी डॉक्टर की तैनाती न होने के चलते मोहित की जान गई है।
मृतक मोहित के परिवार वालों के अनुसार मोहित मोदीनगर स्थित एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर के पद पर तैनात था और करीब डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। मोहित की मौत की जानकारी मिलने पर मोहित के परिवार वालों में कोहराम मचा हुआ है।
फेंटेसी वर्ल्ड पार्क की एनओसी और पर्याप्त दस्तावेज न होने के चलते प्रशासनिक अधिकारियों ने वाटर पार्क को सील कर दिया था। करीब 20 दिन पहले भी वाटर पार्क के कर्मचारियों ने कुछ महिलाओं के साथ छेड़छाड़ कर दी थी। वही विरोध करने पर महिलाओं के परिवार वालों पर जानलेवा हमला बोल दिया था। मामले में पुलिस ने मुकदमा कायम करते हुए कुछ कर्मचारियों को जेल भेज दिया था।
प्रकृति के अंधाधुंध दोहन को रोककर पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार या न्यायालय की नही, बल्कि हर नागरिक की व्यक्तिगत जिम्मेदारी – श्री सुधीर गिरि, संस्थापक अध्यक्ष श्री वैंकटेश्वरा शैक्षणिक समूह।
मेरठ। आज राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित वैंकटेश्वरा संस्थान के स्कूल ऑफ लॉ की ओर से भारत में पर्यावरण असन्तुलन पर न्यायपालिका की सक्रियता विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शानदार आयोजन किया जिसमें दिल्ली, लखनऊ, बेंगलूरु, चंडीगढ़, उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न हिस्सों से पधारे एक दर्जन से अधिक कानूनविदों