मेरठ। सीसीएसयू के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग में माननीय कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में “सूक्ष्म जीवों के लक्षण वर्णन के लिए उपकरण और तकनीक” पर सात दिवसीय स्टूडेंट डेवलपमेंट कार्यशाला का आज शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि के रूप में विभाग के ही भूतपूर्व विभागाध्यक्ष, विभाग के संस्थापक, प्रोफेसर अमर प्रकाश गर्ग, वर्तमान में डीन एकेडमिक एंड डायरेक्टर रिसर्च, सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर वाई विमला, डीन फैकल्टी ऑफ साइंस, प्रोफेसर जयमाला , प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह गौरव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के सम्मुख पूजा अर्चना करके किया। सर्वप्रथम विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर जितेंद्र सिंह ने विभाग की उपलब्धियां के बारे में बताते हुए कहा की यह कार्यशाला सभी लाइफ साइंस के विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।
विद्यार्थियों के लिए इसमें शोध के नए आयाम खुलेंगे। मुख्य अतिथि प्रोफेसर अमर प्रकाश गर्ग ने कहा सूक्ष्म जीव विज्ञान जीवन की सभी शाखाओं की मूल है । लाइफ साइंस के सभी विषय की उत्पत्ति सूक्ष्म जीव विज्ञान से ही हुई है। उन्होंने कहा जीवन की प्रत्येक इकाई सूक्ष्म जीव विज्ञान से जुड़ी हुई है। सूक्ष्म जीव विज्ञान, जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। प्रोफेसर वाई विमला ने कहा की यह माइक्रोबायोलॉजी के विद्यार्थियों के लिए बिल्कुल नया है। छात्रों के विकास के लिए इस तरह की कार्यक्रमों का होते रहना बहुत ही आवश्यक है। डीन फैकल्टी ऑफ साइंस प्रोफेसर जयमाला ने कहा की इस कार्यशाला में विद्यार्थी सूक्ष्म जीव विज्ञान से संबंधित नई-नई तकनीक को सीखेंगे और निश्चित ही यह उनके करियर के लिए लाभदायक सिद्ध होगी।
प्रोफेसर शैलेंद्र सिंह गौरव ने कहा सूक्ष्म जीवों को उनके विभिन्न मानवीय रोगों से संबंधित होने के कारण प्राय उन्हें नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है लेकिन सूक्ष्म जीव कई लाभदायक प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसलिए उनको पहचाना अति आवश्यक है। कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर लक्ष्मण नागर एवं डॉ दिनेश पवार ने सात दिवसीय कार्यशाला की विस्तृत जानकारी साझा करते हुए कहा की प्रत्येक दिन लंच से पहले विभिन्न विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों विशेषज्ञों के द्वारा सूक्ष्म जीव विज्ञान से संबंधित विषयों पर व्याख्यान कराए जाएंगे एवं लंच के बाद सभी विद्यार्थियों को व्यक्तिगत प्रशिक्षण दिया जाएगा। डॉ अंजलि मलिक के अनुसार इस कार्यशाला में देश के विभिन्न विश्वविद्यालय एवं विद्यालयों के छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभाग किया है। कार्यक्रम का संचालन एमएससी की छात्रा तनु सिवाच के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विभाग के शिक्षक डॉ अश्वनी शर्मा, डॉक्टर दिलशाद अली, डॉ दिनेश शर्मा, डॉ शशांक, डॉक्टर कपिल स्वामी, डॉक्टर देवेंद्र कुमार, डॉक्टर पायल डॉक्टर प्रीति, राजेश, जमील,वरुण प्रदीप सचान, एवं सभी छात्र एवं छात्र उपस्थित रहे।