मेरठ की मानसी माहेश्वरी की एनिमेटेड फिल्म ‘बनीहुड’ ने 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल में ला सिनेफ थर्ड प्राइज जीता है। 9 मिनट की इस फिल्म का प्रीमियर कांस में चलाया गया, जिसे दर्शकों ने काफी सराहा।
ला सिनेफ का पहला पुरस्कार चिदानंद एस नाइक की भारतीय कन्नड़ फिल्म ‘सनफ्लावर वेयर द फर्स्ट वन्स टू नो ने ला’ को मिला। दूसरा कोलंबिया यूनिवर्सिटी के आसिया सेगालोविच की मूवी ‘आउट ऑफ द विडो थ्रू द वॉल’ और ग्रीस के ‘थेसालोनिकी’ को मिला।
कांस फिल्म फेस्टिवल में ये भारत की बड़ी जीत मानी जा रही है। भारतीय कन्नड़ फिल्म लोककथा पर आधारित है। इस मूवी को 15,000 यूरो का पुरस्कार मिला। दूसरी विजेता मूवी को 11,250 यूरो इनामी राशि मिली है। मानसी को 7500 यूरो पुरस्कार के रूप में मिले।
मानसी ने अपनी फिल्म को लेकर कहा- ‘बनीहुड’ एक हॉरर कॉमेडी है। इसमें मैंने जीवन की सच्चाई को दिखाया है। मैंने अपनी मां की सर्जरी के उस दौर की कहानी बताई, जो मुझसे छिपाई गई थी। उसी से प्रेरित होकर मैंने यह फिल्म बनाई। फिल्म यह समझने का प्रयास करती है कि लोगों को झूठ बोलने की जरूरत क्यों महसूस होती है?
मानसी ब्रिटेन के नेशनल फिल्म एंड टेलीविजन स्कूल (NFTS) से ग्रेजुएशन कर रही हैं। यहां एडमिशन लेने से पहले वह राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT), दिल्ली में निटवेअर डिजाइन की स्टूडेंट रही हैं। उसी दौरान उन्होंने फिल्म मेकिंग भी शुरू की और छोटी फिल्में बनाने लगीं।
उनकी शुरुआती पढ़ाई मेरठ से हुई। वह डीपीएस में 12वीं की टॉपर रही हैं। कोरोना के समय मानसी का झुकाव रचनात्मकता की तरफ हुआ। इसके बाद उन्होंने स्टॉप-मोशन एनिमेशन में पढ़ाई की। मानसी बताती हैं, NFTS में कुल 10 स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है। इनमें से मैं भी एक थी।
बनीहुड के सब्जेक्ट पर मानसी कहती हैं- इंसान को जिंदगी में कब और क्यों झूठ बोलना पड़ता है? ऐसे कौन से हालात होते हैं, जो उसे झूठ बोलने पर मजबूर करते हैं? उसी से रिलेटेड मूवी है। मूवी का सब्जेक्ट और एनिमेशन इफेक्ट ही इसके कांस में सिलेक्ट होने की बड़ी वजह है।
मानसी ने मूवी में ऐनिमेशन के सबसे पुराने रूप सेल ऐनिमेशन, बटर पेपर और फ्रॉस्टेड एसीटेट का इस्तेमाल किया। ताकि फिल्म को विंटेज लुक और फील दिया जा सके। यही वजह है, इसमें लिमिटेड कलर्स हैं। मानसी बचपन में कार्टून देखने की शौकीन थीं। अक्सर उनके भाई कहते थे, अगर तुम सिर्फ कार्टून ही देखोगी तो बड़ी कैसे हो पाओगी
शीलकुंज कॉलोनी की रहने वाली मानसी माहेश्वरी के पिता नितिन माहेश्वरी बिजनेसमैन हैं। मां मीना माहेश्वरी इंटीरियर डिजाइनर हैं। भाई नमित माहेश्वरी MBA कर रहा है।