मेरठ में पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी के पूरे परिवार के पासपोर्ट पर अब शिकंजा कसने लगा है। याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा के पासपोर्ट पर जांच चल रही है। प्राथमिक जांच में पता चला कि भूरा ने मेडिकल के पते पर दूसरा पासपोर्ट बनवा लिया था। जबकि परिवार सराय बहलीम में रहता है। ऐसे में पूरे परिवार के पासपोर्ट अब जांच के दायरे में आ गए हैं। ओर कार्यवाही शुरू हो गई है।
मेरठ पुलिस ने मीट माफिया पूर्व मंत्री याकूब कुरेशी उसके बेटे इमरान और फिरोज, पत्नी शमजिदा बेगम, बहूओं सहित पोतों के पासपोर्ट की जांच शुरू कर दी है। याकूब कुरैशी के छोटे बेटे फिरोज उर्फ भूरा के पासपोर्ट का गलत थाने की रिपोर्ट लगवाकर नवीनीकरण कराने के मामले में शुक्रवार को गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों के बयान लिए गए। कर्मचारियों ने बताया कि उनको पुलिस की वेरिफिकेशन रिपोर्ट मिली। उसके आधार पर पासपोर्ट का नवीनीकरण कर दिया गया।
दरोगा ने पोतों के पासपोर्ट भी पास कर दिए अब इस मामले में रिपोर्ट लगाने वाले दरोगा रतिभान के बयान होने हैं। उसके बाद एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह एसएसपी को रिपोर्ट सौंप देंगे। वहीं, जांच दौरान ये भी सामने आया है कि याकूब कुरैशी के बेटे इमरान और फिरोज के बच्चों के पासपोर्ट की रिपोर्ट भी लगा दी गई थी। पुलिस सभी के निरस्तीकरण की रिपोर्ट दे रही है। इसकी भी जांच की जा रही है कि किस दरोगा ने बच्चों के पासपोर्ट की रिपोर्ट लगाई।
याकूब कुरैशी का बेटा फिरोज तीन अगस्त को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पकड़ा गया था। फिरोज का रेड कार्नर नोटिस जारी होने के बावजूद वह दुबई जा रहा था। खरखौदा पुलिस एयरपोर्ट जाकर फिरोज को मेरठ ले गई थी। उसके कोई भी वारंट नहीं होने के कारण फिरोज को परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया था। पुलिस की जांच में सामने आया कि फिरोज ने सेटिंग करके पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए आवेदन किया। आवेदन में कागजात सराय बहलीम थाना कोतवाली के लगाए गए, लेकिन थाना कोतवाली की जगह मेडिकल लिख दिया गया। गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस से मेडिकल थाने के दरोगा के पास रिपोर्ट मांगी गई तो उसने रिपोर्ट लगा दी। लखनऊ से एलआईयू जांच हुई तो उसमें भी यह नहीं चेक कराया गया कि मेडिकल थाना क्षेत्र में सराय बहलीम नहीं आता है।
दारोगा रतिभान ने छह मार्च 2024 को फिरोज के पासपोर्ट पर ओके की जो रिपोर्ट भेजी, उसके आधार पर नवीनीकरण हो गया। मामला जानकारी में आने के बाद कोतवाली और मेडिकल थाने से पासपोर्ट नवीनीकरण के निरस्तीकरण की रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय भेजी जा चुकी है। वहीं, रिपोर्ट लगाने वाला दरोगा किसी अन्य मामले में लाइन हाजिर चल रहा है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरे मामले की जांच एसपी सिटी को दी है।
पासपोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों ने एसपी सिटी को अपने बयान दर्ज कराए। उन्होंने बताया कि पुलिस वेरिफिकेशन के आधार पर ही पासपोर्ट का नवीनीकरण किया गया है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि दरोगा रतिभान के बयान दर्ज किए जाने हैं। इमरान और फिरोज के बच्चों के पासपोर्ट की रिपोर्ट कैसे लगी, जब परिवार के लोगों पर इतने मुकदमे दर्ज हैं, इसकी भी जांच बैठा दी गई है।