मेरठ। फर्जी पता दिखाकर पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने के मामले में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी का बेटा फिरोज उर्फ भूरा बुरी तरह फंस गया है। पुलिस ने जो धाराएं फिरोज पर लगाई हैं, उनमें जेल जाने तक का प्रावधान है। पुलिस धोखाधड़ी के मुकदमे में अब फिरोज के बयान दर्ज करेगी। निलंबित दरोगा रतिभान और सिपाही लोकेश कुमार के नाम भी मुकदमे में शामिल किए जाएंगे।
चार अगस्त को याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा को दुबई जाते समय दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पकड़ लिया था। फिरोज का लुकआउट नोटिस जारी होने के बावजूद वह दुबई जा रहा था। अगले दिन खरखौदा पुलिस एयरपोर्ट से फिरोज को लेकर थाने आ गई थी। कोर्ट की अनुमति के बिना देश छोड़कर नहीं जाने की बात लिखवाकर फिरोज को परिजनों के सुपुर्द कर दिया था।
जांच में पता चला कि फिरोज ने सेटिंग करके पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए’ आवेदन किया। आवेदन में कागजात सराय बहलीम के ही लगाए गए लेकिन थाने के कॉलम में कोतवाली के बजाय मेडिकल थाना लिख दिया गया। पासपोर्ट सेल में सेटिंग के चलते उसका वेरिफिकेशन मेडिकल थाने हुआ। यहां पर दरोगा रतिभान ने एसओ को बिना जानकारी दिए छह मार्च 2024 को फिरोज के पासपोर्ट पर ओके की रिपोर्ट लगा दी।
मामले का खुलासा होने के बाद मेडिकल और कोतवाली थाना पुलिस ने फिरोज के पासपोर्ट निरस्तीकरण की रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय गाजियाबाद भेजी। एसएसपी ने इस मामले में एसपी सिटी को जांच सौंपी थी। दरोगा रतिराम और सिपाही लोकेश कुमार को दोषी पाए जाने पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दोनों को निलंबित कर दिया। अब इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को धोखाधड़ी के मुकदमे में भी आरोपी बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट पर फिरोज के पास से पासपोर्ट बरामद हुआ है, ऐसे में वह ये बयान भी नहीं दे सकता है कि उसको पासपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं थी। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि जल्द ही फिरोज के बयान दर्ज कराए जाएंगे। पुलिस ने उसके और इमरान के बच्चों के पासपोर्ट की भी जांच शुरू कर दी है।