मेरठ में पुलिस की एप ‘यूपी कॉप’ का इस्तेमाल कर एप से ठगी करने मे मामला सामने आया है । कपिल तोमर नाम का अपराधी एप से विभिन्न मुकदमों की कॉपी डाउनलोड करता था और फिर पीड़ितों या अपराधियों को फोन कर अपने जाल में फंसाता था। ओर उन्हें मुकदमे से नाम हटाने या मामले में मदद करने का झांसा देकर पैसे ऐंठता था।
हालांकि अपराधी कपिल तोमर की एक छोटी सी गलती ने इस शातिर अपराधी की सारी पोल खोल दी, और पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस ने कपिल के मोबाइल को कब्जे में लेकर मामले की तहकीकात शुरू कर दी है। अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी ने ‘यूपी कॉप’ से कितने मुकदमों की जानकारी डाउनलोड कर लोगो से ठगी करता था।
यह घटना उस वक्त प्रकाश में आई जब परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप की एक महिला मालिक से बाइक सवार बदमाशों ने उसका बैग लूट लिया था। पुलिस ने इस मामले में बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया, और इसके बाद ही आरोपी कपिल की गतिविधियों का खुलासा हुआ।
ऑनलाइन ठगी के मामले तो आपने पहले भी सुने होंगे, और इसे रोकने के लिए प्रदेश में साइबर थाने तक बनाए गए हैं। लेकिन ठग हर बार पुलिस को चकमा देकर ओर एक कदम आगे खड़े नजर आते हैं और नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इस घटना ने पुलिस की साइबर सुरक्षा प्रणाली पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया हैं, क्योंकि अपराधी खुद पुलिस के ही एप का इस्तेमाल कर ठगी को अंजाम दे रहा था।
फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोतवाली और सरधना थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है, और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी के जाल में अब तक कितने लोग फंसे हैं और कितने मुकदमों की जानकारी उसने गलत तरीके से हासिल की। इस घटना ने पूरे मेरठ क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है, और लोगों में साइबर ठगी को लेकर एक नई चिंता पैदा कर दी है।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया है कि यूपी कॉप के जरिये ठगी करने वाले अपराधी कपिल तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। यही नही अपराधी के मोबाइल को भी पुलिस ने जब्त किया है मोबाइल से भी काफी चीजे सामने आई है। पुलिस कपिल तोमर से पूछताछ कर उसकी ओर भी गतिविधियों का जल्द खुलासा करेगी।