मेरठ के थाना सदर क्षेत्र के पुलिस स्ट्रीट निवासी व्यापारी राजेश बिंदल की उम्र 57 है उनका शव हरिद्वार में मिला है। राजेश बिंदल 9 सितंबर से लापता थे। लगातार घरवाले उनकी तलाश जुटे हुए थे। लेकिन उनका कोई सुराग नही मिल रहा था। सोमवार को पता चला कि राजेश बिंदल के शव को हरिद्वार पुलिस ने लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया है। राजेश की मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मच हुआ है।
सदर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस स्ट्रीट से नौ सितंबर से लापता व्यापारी राजेश बिंदल (57) का शव 11 सितंबर को हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र में गंगा नदी में मिला। पहचान न होने के कारण पुलिस ने 14 सितंबर की शाम लावारिस में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। व्यापारी सीसीटीवी फुटेज में आखिरी बार दिखाई दे रहा शख्स परिजनों को गुमराह करता रहा। परिजनों ने सदर थाना पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। राजेश बिंदल संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता के बहनोई थे।
पुलिस स्ट्रीट निवासी राजेश बिंदल दाल-चावल के थोक के व्यापारी थे। नई मंडी में उनकी दुकान है। नौ सितंबर को वह घर से निकले थे, इसके बाद वापस नहीं लौटे। परिजन ने घर के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की। जिसमें वह सदर निवासी राजीव वर्मा उर्फ मोनू के साथ जाते दिखाई दे रहे है। उन्होंने लाल रंग का बैग भी राजीव को सौंपा। जिसके बाद पत्नी पूनम बिंदल और पुत्र चिराग बिंदल ने 14 सितंबर को थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी। अगले दिन उन्होंने राजीव से पूछताछ की तो वह राजेश के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कहकर गुमराह करता रहा। सोमवार को परिजन हरिद्वार पहुंचे तो पथरी थाना क्षेत्र में 11 सितंबर को राजेश बिंदल का शव गंगा नदी में मिला। 72 घंटे तक पहचान न होने पर वहां की पुलिस ने लावारिस में उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज दिखाने पर राजीव वर्मा ने स्वीकार किया कि दोनों साथ में हरिद्वार गए थे। वहां अलका होटल में रुके थे। राजीव ने बताया कि 11 सितंबर को वह वापस आ गया। राजेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। रविवार को परिजन राजीव को लेकर हरिद्वार पहुंचे तो पता चला कि वह दोनों लक्ष्मी डीलक्स होटल के कमरा नंबर 105 में रुके थे। होटल का कमरा राजीव की आईडी से बुक किया गया था। इसके बाद परिजन ने हरिद्वार पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो राजेश और राजीव 11 सितंबर की सुबह हर की पौड़ी पर दिखाई दिए। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला।
नवीन गुप्ता ने कहा कि इस मामले में हरिद्वार पुलिस की लापरवाही सामने आई है। रविवार को कई घंटे तक राजेश बिंदल का पुत्र चिराग और अन्य परिजन हरिद्वार पुलिस के साथ रहे। पुलिस कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही। दूसरे थानों से कोई जानकारी नहीं ली। सोमवार को अन्य परिजन पहुंचे तो राजेश बिंदल की मौत और लावारिस में अंतिम संस्कार का पता चला।
परिजन ने 14 सितंबर को तहरीर दी थी। आरोप है कि सदर थाना पुलिस ने अभी तक इस मामले में गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की। नवीन गुप्ता का कहना है कि राजेश बिंदल की मौत के बाद पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वह कप्तान से मिलेंगे।