उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने का दौर जारी है । इसी क्रम में डीजी जेल उत्तर प्रदेश एस एन साबत आज मेरठ कि चौधरी चरण सिंह जिला कारागार पर पहुंचे जहां उन्होंने जेल का निरीक्षण कर कैदियों का हाल जाना । निरीक्षण के दौरान डीजी जेल एस एन साबत ने जेल में निरुद्ध बंदियों की स्वास्थ्य व्यवस्था का भी हाल जाना और इस बात पर भी ज़ोर दिया कि किस तरह मौजूदा व्यवस्थाओं को सुधारा जा सकता है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर की जेल में निरुद्ध बंदियों का उनकी शिक्षा के आधार पर एजुकेशन प्रोफाइलिंग किया जा रहा है जिसमें कितने बंदी कक्षा 5 या उससे कम तक पढ़े हैं , कितने बंदी कक्षा 8 तक पढ़े हैं , कितने कक्ष 10 तक पढ़े हैं और कितने कक्षा 12 तक पढ़े हैं । इसी के आधार पर जेल में निरुद्ध बंदियों को पढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है । जहां 1 से 2 अध्यापक भी लगाए गए हैं जो जेल में इन बंदियों को पढ़ाते हैं और इसी का नतीजा है की जेल में निरुद्ध होते हुए भी बंदी बोर्ड एग्जाम दे रहे हैं और उन्हें अच्छे नंबरों से पास भी कर रहे हैं । जिससे कि आने वाले समय में वो भारत के अच्छे नागरिक बन सके ।
खास बात यह रही इन सब सवालों के बीच जब डीजी जेल एस एन साबत से बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके परिवारजनों द्वारा जेल में जहर दिए जाने का आरोप लगाने को लेकर सवाल पूछे गए तो डीजी साहब सवाल को टालते हुए मौके से चल दिए । इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह बांदा जेल में मुख्तार की मौत को लेकर सवाल पूछे जाने पर डीजी साहब इस सवाल पर कुछ भी ना कहने की बात कहते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर निकल पड़े ।