मेरठ। एसटीएफ की मेरठ यूनिट को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ की टीम ने मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके से चार टाइमर बम बरामद किए हैं। टीम ने एक आरोपी को भी पकड़ा है।
मुजफ्फरनगर में शहर कोतवाली क्षेत्र से एसटीएफ की टीम के चार टाइमर बम बरामद किए जाने की सूचना है। एक आरोपी भी पकड़ा गया है, हालांकि अभी पुलिस अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
एसटीएफ मेरठ की टीम ने शहर कोतवाली क्षेत्र के खालापार मोहल्ले से एक युवक को दबोच कर बृहस्पतिवार रात चार टाइमर बम बरामद किए हैं। पुलिस टीम ने आरोपी युवक से पूछताछ कर रही है। मेरठ से बम निरोधक दस्ता भी बुलाया गया है। हालांकि, पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी कहने से बच रही है। बताया गया कि ये टाइमर बम मुजफ्फरनगर में ही बनाए जा रहे थे।
एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने शुक्रवार सुबह मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके से एक आरोपी जावेद को गिरफ्तार किया है, उसके पास से चार टाइमर बोतल बम (आईईडी) बरामद किए गए हैं। एसटीएफ की टीम आरोपी से पूछताछ करने में जुटी है, इन बम का इस्तेमाल किसी सुनियोजित षड्यंत्र में किया जाना था।जावेद ने पूछताछ में कबूल किया है कि यह बम खालापार इलाके में ही रहने वाली एक महिला ने ऑर्डर देकर बनवाए थे। टीम महिला की तलाश में जुटी है।
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि इससे पहले भी यह टाइमर बम बना चुका था। आरोपी की ननिहाल नेपाल में है, उसका वहां भी आना-जाना रहा है। इससे पहले जावेद रेडियो बनाने का भी काम करता था।जावेद के दादा का पटाखे बनाने का काम था। उसने दादा से बम बनाना सीखा। इसके बाद यूट्यूब आदि के माध्यम से उसने आईईडी बम बनाना सीख लिया। आरोपी से पूछताछ में कई और जानकारियां मिल सकती हैं।खबार लिखे जाने तक पुलिस के कोई भी अधिकारी पूरे मामले को लेकर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों का कनेक्शन मु़.नगर के दंगों से जुडा है। दोनो आरोपियों ने दंगों के टाईमर बम लोगों को दिए थे। इस बात का पता को पूछताछ करने के बाद ही पता चल जाएगा कि किन-किन लोगों को इन्होंने टाइमर बम दिए थे।