चीख पुकार सुन पहुंचे लोगों ने किसी तरह बंदरों को भगाया
मेरठ। निगम की लापरवाही आम जनता को झेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शनिवार को मंदिर से लौट रही एक महिला पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। किसी तरह महिला के शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने बंदरों के झुंड को भगाया। महिला का उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के प्रभात नगर निवासी शीला बंसल प्रतिदिन की तरह घर के पास स्थित मंदिर जाती हैं। पूजा करने के बाद शीला मंदिर से लौट रही थी। तभी रास्ते में बंदरों के झुंड ने शीला पर हमला बोल दिया। जिससे शीला घबरा गई और शोर मचाने लगी। महिला की आवाज सुनकर स्थानीय लोग आ गए। लेकिन तब तक बंदरों ने शीला के पैर पर नोच लिया था। जिस वजह से शीला लहूलुहान होकर घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने किसी तरह बंदरों के झुंड को भगाया और शीला को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शीला को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया गया।
स्थानीय निवासी प्रदीप गुप्ता व शिवम गुप्ता का कहना है कि क्षेत्र में 50 से अधिक बंदर है। पूर्व में नगर निगम से शिकायत भी की थी। लेकिन नगर निगम की टीम ने कार्रवाई नहीं की, जिन वजह से बंदरों की संख्या में और इजाफा हो गया। नगर निगम के अधिकारी कहते हैं कि उनके पास बंदरों को पकड़ने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यही हाल वन विभाग का है। वन विभाग के अधिकारी भी बंदर पकड़ने की जिम्मेदारी नहीं ले रहे। उनका कहना है कि यह काम अब नगर निगम का है। ऐसे में शहर का आम नागरिक किसे शिकायत करें और किससे समाधान पाएं।