अपने तल्ख बयानों को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई चर्चाओं में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई एक बार फिर चर्चाओं में है । इस बार राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई का पारा चढ़ा है नगर निगम में मौजूद कर्मचारियों पर । जहां राज्यसभा सांसद ने नगर निगम में मौजूद कर्मचारियों को लुटेरा कहते हुए यहां तक क्या डाला कि इन लोगों को हराम खाने के लिए चाहिए और ये तनख्वाह से बच्चे नहीं पाल सकते ।
दरअसल , मेरठ जिले में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है । पिछले दिनों नगर निगम में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने आए एक फौजी के साथ कर्मचारियों के द्वारा मारपीट भी की गई थी । साथ ही साथ लगातार विवादों में रहने वाले जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र विभाग की खबरें भी सामने आती रही है । इन्हीं सबके बीच आज नगर निगम का जाएज़ा करने के लिए राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई नगर निगम के जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में पहुंचे । इस दौरान राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई का पारा चढ़ गया और उन्होंने यहां मौजूद कर्मचारियों को जमकर हड़काया । इस दौरान उन्होंने बताया कि कई साल के बाद मजबूर होकर आज नगर निगम परिसर में आना हुआ है ।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले एक फौजी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र विभाग में जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आया था और नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा उसे पीटा गया जिसकी शिकायत फौजी के द्वारा की गई और मारपीट करने वाले लोगों को पहचान लिया गया लेकिन फौजी के द्वारा पहचाने जाने के बाद भी इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई । इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे देश की सुरक्षा करने वाला फौजी अपनी जान दाव पर लगा हमारी सुरक्षा करता है और अगर वो किसी काम से इस कार्यालय में आया था तो उसे पीटा गया ।
उन्होंने कहा की वो खुद जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के भ्रष्टाचार को लगातार उठाते रहे हैं । साथ ही उन्होंने कहा कि डॉक्टर गजेंद्र के द्वारा कहा गया कि ये उनका काम नहीं है लेकिन उनसे जबरदस्ती काम लिया जा रहा है जिस पर राज्यसभा सांसद ने उनसे इस्तीफा देने की बात कही । इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक उन पर रजिस्ट्रार का चार्ज रहेगा तो बेईमानी होती रहेगी । इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते 6 महीने से एक व्यक्ति जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए लगातार दौड़ भाग कर रहा था लेकिन उसका प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया और जब उन्होंने नगर निगम में पहुंचकर कर्मचारियों को हड़काया है तो तुरंत उसके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र तैयार करके उसे दे दिया गया जिसका साफ मतलब है कि इन्हें काम के बदले पैसा दिया जाए और उस पैसे से उनके कुत्ते ऐसी में सो रहे हैं और इनके लड़के दून स्कूल में पढ़ रहे हैं ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आम जनता के साथ उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा और भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता इनकी जान के पीछे लग जाएगा । साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी नौकरी करना हराम कर दूंगा । साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम के द्वारा बनाई जा रही सड़क नहीं बन पाई क्योंकि 28 मीटर का नाला नगर निगम की वजह से नहीं जुड़ पाया है । उन्होंने कहा कि इस कार्य में 24 करोड़ रूपया लगा है जोकि 28 मीटर नाले को नहीं जोड़े जाने की वजह से बेकार हो रहा है जिसकी वजह से क्षेत्र के लोगों को जलभराव की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि नगर निगम में काफी लंबे समय से एक ही पद पर तैनात कर्मचारियों को लेकर उन्होंने साफ कह दिया है कि पटल परिवर्तन किया जाना चाहिए और किसी भी नेता के दबाव में उसका वापस पटल परिवर्तन ना किया जाए । इस दौरान उन्होंने नगर निगम कर्मचारी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इन हराम खाने वालों को ईमानदारी की कमाई करें और दाल में नमक बराबर खाएं तो भी बात समझ आती है लेकिन इसके कारण मेरठ की जनता का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा । इस दौरान उन्होंने कहा कि फौजी के साथ मारपीट करने वाले लोगों पर अगर तीन-चार दिन के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो जो कार्रवाई करने वाले हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।