मेरठ में नगर निकाय चुनाव बड़ा दिलचस्प नज़र आ रहा है जहाँ एक तरफ भाजपा अपने दावे करती नज़र आ रही थी तो दूसरी तरफ गठबंधन ने अपनी ताकत चुनाव में झोंक रखी थी ऐसे में बसपा का अलग ही रुझान सुनने को आ रहे थे लेकिन मतगड़ना कि शुरुआत में ही सपा ने आगे निकल कर दबाव बनाना शुरू कर दिया है ऐसे में कवायदे ये भी लगाए जा रहे है कि अगर गठबंधन की मेरठ से जीत होती है तो गठबंधन को एक अच्छा सन्देश भी दिया जा सकता है वही भाजपा के सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी का अभी यही कहना है कि अभी पिक्चर तो बाकी है मेरे दोस्त वही अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान के चहरे पर मुस्कान अलग ही देखने को मिल रही है। निकाय चुनाव का रुझान किसी भी पार्टी को हो लेकिन इस बार जीत हासिल करने का दावा असुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी करने में कोई कसर नही छोड़ रही है ।