चमकती रहे नमो भारत ट्रेन और साफ-सुथरे हों स्टेशन, एनसीआरटीसी करता है सुनिश्चित; यात्रियों से मिल रहा सकारात्मक फीडबैक
यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नमो भारत ट्रेन समय से मिले, ना सिर्फ इसके लिए बल्कि स्वच्छता को लेकर भी एनसीआरटीसी प्रतिबद्ध है। देश की प्रथम नमो भारत ट्रेन और आरआरटीएस स्टेशन साफ-सुथरे और चमकते रहें, एनसीआरटीसी ये प्रतिदिन सुनिश्चित करता है। हर रोज परिचालन से पूर्व ये सुनिश्चित किया जाता है कि नमो भारत ट्रेन स्वच्छ और तकनीकी रूप से एकदम फिट हों। साथ ही आरआरटीएस स्टेशन को भी हर सुबह राजस्व सेवा से पूर्व ही साफ-सफाई कर यात्रियों के लिए तैयार कर लिया जाता है।
नमो भारत ट्रेन का आंतरिक रखरखाव और साफ-सफाई का कार्य फिलहाल आरआरटीएस डिपो, दुहाई पर किया जाता है। सफाई कार्य में मैकेनाइज्ड आधुनिक मशीनों का पूरा इस्तेमाल होता है। इतना ही नहीं, जहां जरूरत होती है, वहां मैन्युल तौर पर भी सफाईकर्मी सफाई करते हैं। हर रोज राजस्व सेवा समाप्त होने के बाद जब ट्रेन डिपो आती है तो उसकी सफाई होती है। ट्रेन को अंदर से पूरी तरह साफ किया जाता है। ये सिलसिला रात 10 बजे से आरंभ होकर सुबह के 6 बजे तक चलता है।
ट्रेन के अंदर और बाहर ना केवल सुरक्षा को लेकर, बल्कि साफ-सफाई को लेकर भी निगरानी रखी जाती है। इसके लिए सीसीटीवी की मदद ली जाती है। दिलचस्प है कि यात्रियों से भी इसमें भरपूर सहयोग मिलता है। स्वच्छता को लेकर लोगों में जागरुकता देखने को मिल रही है और वे गंदगी फैलाने पर सहयात्रियों को टोकते भी हैं। गाजियाबाद और मोदीनगर जैसे शहरों में तो खूब जागरुकता देखने को मिलती है। इसके अलावा सोशल मीडिया व यूट्यूब पर कई यूजर्स और चैनलों के माध्यम से नमो भारत ट्रेन और स्टेशन की साफ-सफाई की तारीफ हो रही है। नमो भारत ट्रेन के यात्रियों से भी एनसीआरटीसी को लगातार सकारात्मक फीडबैक मिल रहा है।
नमो भारत ट्रेन की हर तीसरे दिन बाहरी सफाई आरआरटीएस डिपो, दुहाई के ट्रेन ऑटोमैटिक वॉशिंग प्लांट पर की जाती है। इस प्रक्रिया मे वॉशिंग प्लांट में ब्रश, पानी और सोप की मदद से ट्रेन के बाहरी हिस्से को साफ किया जाता है। इतना ही नहीं, हर महीने ट्रेन की डीप-क्लीनिंग भी होती है, जहां उसे आंतरिक सफाई शेड (आईएचसीएस) पर लाया जाता है। इस दौरान ट्रेन को पूरी तरह जांचा-परखा जाता है। यदि उसमें कोई समस्या होती है तो उसे दुरुस्त किया जाता है, चाहे वो तकनीकी हो या कोई और। इसके साथ ही ट्रेन को अंदरूनी और बाहरी तौर पर अच्छे तरीके से धोया जाता है व पॉलिश आदि भी की जाती है।
एनसीआरटीसी इसे सुनिश्चित करता है कि नमो भारत ट्रेन से यात्रा करने वालों लोगों को तीव्र और सुगम सार्वजनिक परिवहन सेवा तो मिले ही, साथ ही स्वच्छ और सुरक्षित भी हो। नमो भारत आरआरटीएस के हर स्टेशन पर सफाई के लिए फिलहाल 12-15 सफाईकर्मियों को तैनात किया गया है। हर रात ट्रेन सेवा समाप्त होते ही स्टेशनो पर सफाई का कार्य आरंभ हो जाता है जो रात भर चलता है। इसके अंतर्गत पूरे प्लेटफॉर्म और कॉनकोर्स लेवल की सफाई मशीनों से की जाती है। साथ ही फर्श की मॉपिंग की जाती है। ये क्रम हर रोज दिनभर में कई बार होता है।
साथ ही, दिन मे ट्रेन परिचालन की अवधि के दौरान भी सफाईकर्मी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म, कॉनकोर्स लेवल तथा स्टेशन के बाहर नियमित रूप से साफ-सफाई करते हैं। इसके अलावा लिफ्ट, ग्रिल आदि को भी साफ किया जाता है। मॉपिंग आदि के लिए मशीनों की मदद ली जाती है। ज्यादातर कार्य मैकेनाइज्ड आधुनिक मशीनों द्वारा होता है। अगर ट्रेन संचालन के दौरान भी साफ-सफाई की जरूरत महसूस होती है तो उसे तुरंत किया जाता है।
साफ-सफाई को लेकर लगातार मॉनिटरिंग भी होती है। यात्रियों को उच्च-स्तर की सार्वजनिक परिवहन सुविधा मिले, एनसीआरटीसी इसे लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया और यूट्यूब पर भी नमो भारत की सुविधाओं की तारीफ करते हैं।
गत वर्ष अक्टूबर में नमो भारत ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था जो फिलहाल साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ के 34 किलोमीटर सेक्शन पर यात्रियों के लिए चल रही है। अभी ये सेवा हर 15 मिनट पर यात्रियों के लिए उपलब्ध है। दिल्ली से मेरठ के 82 किलोमीटर लंबे सम्पूर्ण कॉरिडोर को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।