दिनांक 9 अप्रैल 2024, मंगलवार को वैदिक नव वर्ष, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, विक्रम संवत 2081, जिमखाना मैदान में महायज्ञ की पवित्र अग्नि को प्रज्जवलित करते हुए पूर्ण उत्साह के साथ प्रारंभ किया गया। महायज्ञ का आयोजन गुरुकुल प्रभात आश्रम के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद सरस्वती जी के नेतृत्व में आयोजित किया गया। इस अवसर पर गुरुकुल प्रभात आश्रम के ब्रह्मचारियों द्वारा वेद पाठ का वाचन किया गया, जिससे संपूर्ण वातावरण गूंजायमान हो उठा। इस अवसर पर स्वामी जी महाराज ने सृष्टि आरंभ के बारे में बताया और कहा कि यह भगवान श्री राम, सम्राट युधिष्ठिर, सम्राट विक्रमादित्य के राज्याभिषेक का पर्व है .
और इसकी प्रासंगिकता इसलिए और बढ़ जाती है कि यह आयोजन महर्षि दयानंद जी की 200वीं जन्मजयंती के शुभ अवसर पर भी संपन्न हो रहा है। स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने समाज की बुराइयों, ऊंच- नीच, जाति – पाति, भेदभाव को अस्वीकार कर सभी को समान अधिकार प्रदान करके संसार का उपकार किया। प्रोफेसर डॉ वाचस्पति मिश्र ने उपस्थित सभी लोगों को यज्ञ प्रक्रिया के महत्व को बताया तथा सृष्टि के काल क्रम पर प्रकाश डाला।इस पवित्र आयोजन में डॉ अल्पना शर्मा,(क्षेत्रीय अधिकारी डीएवी स्कूल यू पी जोन – ए) तथा श्रीमती अपर्णा जैन (कार्यवाहक प्रधानाचार्या )उपस्थित रहीं। श्री राजेश सेठी जी ने मंच का अभूतपूर्व संचालन किया।
बीजेपी सांसद श्री राजेंद्र अग्रवाल तथा श्री अरुण गोविल उपस्थित थे। पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए ‘डीएवी पब्लिक स्कूल, शास्त्री नगर, मेरठ’ के विद्यार्थियों ने यजमान की भूमिका में वहां उपस्थित रहकर यज्ञ में आहुतियां अर्पित कीं तथा संपूर्ण विश्व की कुशलता की भावना से यज्ञ के इस महानतम आयोजन को पूर्ण किया।