प्रदर्शनकारी लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर तीन-साढ़े तीन घंटे प्रदर्शन
विदेशो में चल रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारी लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर तीन-साढ़े तीन घंटे प्रदर्शन करने के इरादे वह पहुंचे थे प्रदर्शन काफी समय तक चला। वहीं टोरंटो में प्रदर्शनकारियों की संख्या कम नज़र आई। टोरंटो में जिस वक्त़ खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन चल रहा है उसी वक्त सड़क की दूसरी ओर भारतीय समुदाय के लोग भी तिरंगा झंडे लेकर मौजूद थे और प्र्दशनकारियों का समर्थन करते दिखाई दिए।
उधर अगर हम अमेरिका की बात करें तो वहां वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के बंदोबस्त थे और भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने सुरक्षा व्यवस्था का ख़ुद जायज़ा लिय। खिस्तानी प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ख़ालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारतीय एजेंसियों का हाथ है। जिसके बाद से उन्होंने प्रदर्शन करना पड़ा है।
लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी। शशांक विक्रम के पोस्टर लिए लोग वह पहुंचे हुए थे। पिछले कुछ दिनों के दौरान ऐसे पोस्टर दिखे थे, जिनमें भारतीय राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा की अपील की गई थी। लंदन में प्रदर्शनकारियों के हाथ में पाकिस्तान और कश्मीर समर्थक पोस्टर भी थे। खालिस्तान प्रदर्शन के दौरान बारिश हो रही थी और सिर्फ तीस-चालीस ही दिखे थे। जबकि इसके पहले के प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग आए थे। लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दुरैस्वामी, शशांक विक्रम के पोस्टर लिए हुए थे। पिछले कुछ दिनों के दौरान ऐसे पोस्टर दिखे थे, जिनमें भारतीय राजनयिकों के ख़िलाफ़ हिंसा की अपील की गई थी।।
लंदन में प्रदर्शनकारियों के हाथ में पाकिस्तान और कश्मीर समर्थक पोस्टर भी थे। प्रदर्शन के दौरान बारिश हो रही थी और सिर्फ तीस-चालीस ही दिखे थे। जबकि इसके पहले के प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग आए थे। ख़ालिस्तान समर्थक इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी प्रदर्शन कर चुके हैं। लंदन में प्रदर्शन के दौरान पुलिस की अच्छी-खासी मौजूदगी थी. मेट्रोपोलिटन पुलिस के प्रवक्ता ने पहले ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का एलान कर दिया था
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने इस सप्ताह की शुरुआत में कह दिया था कि भारतीय उच्चायोग पर किसी भी तरह का सीधा हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले के एक प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारतीय उच्चायोग के सामने लगे तिरंगे को गिराने की कोशिश की थी और इमारत की एक दीवार तोड़ दी थी।
कनाडा में टोरंटो के प्रदर्शन के दौरान सिख्स फॉर जस्टिस के प्रवक्ता कुलजीत सिंह ने का था, ”अगर भारतीय एजेंसी और सिस्टम अपराध कर रहा है तो उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.” सिंह ने ये बयान ख़ालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की मौत के सिलसिले में दिया है. निज्जर की सरे में 18 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ख़ालिस्तान समर्थकों का आरोप है कि इन मौतों के पीछे भारतीय एजेंसियां हैं.