मेरठ के सरधना थाना क्षेत्र में एक पिता ने अपनी बच्ची को गंगनहर में फेंक दिया। बच्ची को फेंकते हुए लोगों ने देखा तो उसे पकड़कर पूछताछ की। पहले तो उसने गोलमोल जवाब दिया लेकिन जब लोगों ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि बेटी को मारने के लिए नहर में फेंक दिया है। गोताखोर फौरन बच्ची की तलाश में जुट गए। अभी तक उसका पता नहीं चल पाया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
सरधना थाना क्षेत्र के मंढीयाई गांव का रहने वाला बल्लू मजदूरी करता है। उसके 4 बच्चे थे। उनमें 3 बेटियां और एक बेटा था। 2 बेटियों की पहले ही संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो चुकी है। एक बेटा और एक बेटी इकरा दो वर्षीय जिंदा हैं। सुल्लू अपनी बेटी को लेकर रात में करीब 10 बजे गंगनहर आया था। उसने बेटी को नहर में फेंक दिया। उसके बाद भागने लगा।
लोगों ने उसे बच्ची के साथ नहर की ओर जाते हुए देखा था। लोगों ने उससे रात में बच्ची के साथ नहर जाने का कारण पूछा तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। लोगों ने जब उससे पूछा कि बच्ची कहां है तो वह सकपका गया। उसने बताया कि वह बच्चों का पालन पोषण नहीं कर पा रहा था इसलिए बेटी को नहर में फेंक दिया है । उसके बाद लोगों को चकमा देकर भाग गया।
लोगों ने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन आरोपी उससे पहले ही फरार हो चुका था। उसने अपना मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया। पुलिस ने रातभर उसकी तलाश की। आज सुबह 6 बजे पुलिस ने उसे भागते हुए पकड़ा है।
इंस्पेक्टर प्रताप सिंह ने बताया, आरोपी पिता से पूछताछ की जा रही है। प्रथम दृष्टि में सामने आया है कि पिता ने ही बच्ची को गंगनहर में फेंका है। उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि जब तक गोताखोर और जल पुलिस बच्ची को बचाते हुए पिता को रोकते तब तक पिता बच्ची को नहर में बहा चुका था। गोताखोर पानी में बच्ची को तलाश कर रहे हैं। वहीं मौके पर लोगों ने आरोपी को भी पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। अभी पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। बच्ची को नहर में फेंकने वाला आरोपी उसका पिता ही बताया जा रहा है।