मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र में पशु चोरी का मामला दर्ज कराया गया था जिसमे पशु चोरी करने वाले गिरोह को मेरठ की थाना लालकुर्ती पुलिस तलाश में लगी हुई थी। थाना लालकुर्ती पुलिस को किसी ना किसी पशु के चोरी होने की घटना मिल रही थी जिसके बाद पुलिस ने भी चोरो पर अपनी पैनी नज़र बनाई हुई थी काफी जद्दोजहद के बाद आखिर कार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली । पशुओं को चोरी करने वाले एक आरोपी कुणाल उर्फविक्रम को शास्त्री पार्क 4 गौतमविहार थाना न्यूसमान पुर दिल्ली के बुचड़ी रॉड से गिरफ्तार किया है। जिसके पास से एक सेंट्रो कार 3 हज़ार रुपये नकद ओर एक मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किया है। चोरी की घटना मे इसके अन्य साथी जो प्रकाश मे आये 1- सलमान 2- अरुण घटना मे शामिल थे ।
क्या है पूरा मामला
मेरठ में लगातार पशुओं की चोरी की घटनाओं से पुलिस खासा परेशान थी आये दिन कोई ना कोई पशु के चोरी होने की खबर सामने आ रही थी ऐसे में मेरठ पुलिस को नही अब चोरो को गिरफ्तार करना एक टास्क बन गया था चोर इतने शातिर थे कि रात के अंधेरे में गाड़ियों की मदद से चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे और पछुओ को चोरी कर मेरठ से बाहर ले जाकर बेच दिया करते थे ।
पुलिस के लिए बन गया था चोरो को पकड़ना एक टास्क
थाना लालकुर्ती पुलिस अपने थाना क्षेत्र में पशुओं की चोरी को लेकर सक्रिय थी मुखबिर की सूचना पर लगातार काम किया जा रहा था और आवारा पशुओं पर नज़र रखी जा रही थी वही चोर भी अपनी चोरी की घटनाओं को पुलिस से बेखबर होकर चोरियां करने में लगे हुए थे उनको क्या मालूम था कि पुलिस ने भी अपने लोग उनपर नज़र रखने के लिये छोड़ रखे थे । चोरो ने भी शातिर दिमाग लगा कर मेरठ की सड़कों से आवारा ओर पालतू पशुओं को चुरा कर बेचने का धनदा कर रखा था । लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि उनके मंसूबो पर पुलिस पानी फेरने वाली है ।
मुखबिर की सूचना पर कुणाल को मेरठ पुलिस ने दिल्ली से दबोचा
कुणाल ओर उसके गिरोह के साथियों की जैसे ही मेरठ थाना लालकुर्ती पुलिस को पता चली वैसे ही पुलिस ने समय ना लगाते हुए तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गई और कुणाल नाम के शातिर गिरोह के सदस्य को पुलिस ने दिल्ली के शास्त्री पार्क 4 के गौतम विहार के न्यू उस्मान पूरी बुचड़ी रॉड से गिरफ्तार कर मेरठ लेकर आये और मुकदमा पंजीकृत कर कुणाल को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया पूछताछ के दौरान कुणाल ने अपने दो साथियों सलमान और अरुण का नाम भी सामने आया है ये लोग रात के समय पशुओं को चोरी कर उनको गाड़ी में डाल कर बूचड़खाने में बेच देते थे । जिसके चलते इनको बूचड़खानों से अच्छे दाम मिलते थे बताया जा रहा है कि शातिर किस्म का कुणाल अपराधी है और पूर्व में भी कई मुकदमो की कुणाल की लिस्ट है जिससे पता लगता है कि कुणाल पूरा गिरोह चलाने में कितना सक्रिय था और कितना शातिर युवक है फिलहाल मेरठ पुलिस को मिली कामियाबी के बाद लोगो के भी धन्यवाद में मेसेज आने शुरू हो चुके है पुलिस ने एक अच्छा काम कर के आखिरकार खाकी को फिर एक बार उसकी पहचान को चमकाने का काम किया है।