मेरठ के ब्राहपुरी थाना क्षेत्र के शहीद मंगल पांडे गर्ल्स डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर का शव उनके घर मे पड़ा होने की सूचना मिलने पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुच कर प्रोफेसर के शव को कब्जे में ले लिया। वही पुलिस कहे अनुसार शव को देख कर प्रतीत हो रहा है कि दो दिन पूर्व प्रोफेसर की मौत हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज कर जांच शुरु कर दी है।
माधवपुरम निवासी रंजन कुमार ब्राहपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम स्थित मंगल पांडे गर्ल्स डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। ओर माधवपुरम में अपने मकान में अकेले रहते है। मंगलवार को आसपास के लोगो ने प्रोफेसर की मौत की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। और थाना ब्राहपुरी पुलिस मौके पर पहुची। पुलिस ने मौके पर पहुच कर शव को कब्जे में लिया वही जानकारी के बाद फॉरेन्सिक टीम ने भी शव के आसपास की चीज़ों को खंगाला। प्रोफेसर के शव का पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और अपनी जांच शुरू कर दी है।
पड़ोस के लोगो का कहना है कि प्रोफेसर को मिलने के लिये कुछ लोग उनके घर आये थे लेकिन किसी ने घर का दरवाजा नही खोला ना ही प्रोफेसर होली के दिन बाहर दिखाई दिये। जिससे आस पास के लोगो को कुछ ठीक नही लगा तो उन्होंने प्रोफेसर के घर का दरवाजा खटखटाया किसी तरह गेट खुलने के बाद जो देखा वो सब हैरान करने वाला था। प्रोफेसर घर के कमरे में पड़े हुए थे।
वही पुलिस के कहे अनुसार लग रहा था कि शव दो दिन पहले मौत हुई है। हालांकि की पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। ओर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी। थाना इंस्पेक्टर सुमन सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी
अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी पड़ोसियो को भी कुछ खास जानकारी नही है। लेकिन प्रोफेसर का शव मिलने से सभी हैरान है। वही पुलिस भी सभी पहलुओं पर अपनी जांच पड़ताल में लगी हुई है।
अवैध हथियारों का बड़ा सौदागर अनिल बंजी एसटीएफ को चखमा देकर कश्मीर भागा
मेरठ में अवैध हथियारों का सौदागर अनिल बंजी एसटीएफ को चखमा देकर कश्मीर भाग गया है । इससे पहले गैंगस्टर धर्मेंद्र किरठल से दुश्मनी के चलते संजीव जीवा से अनिल बंजी ने हाथ मिला लिया था और कश्मीर जा कर रहने लगा था। वही अब मेरठ एसटीएफ की टीम अनिल