मेरठ, । जनपद में आज से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की जाएगी। अभियान में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को जिंदगी की दो बूंद पिलाई जाएगी। ईंट भट्ठों, निर्माण स्थल, रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी । सीएमओ कार्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो पूरे शहर में घूम कर पोलियो के प्रति जागरूक करेंगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया बच्चे को रूटीन इम्यूनाइजेशन के दौरान पोलियो का इंजेक्शन लगाया जाता है और हर बार बच्चे को ओरल पोलियो के रूप में दवा पिलाई जाती है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि अभी पोलियो पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। भारत देश 20ृ12 से पोलियो मुक्त घोषित है लेकिन पाकिस्तान और एक दो देश ऐसे हैं जहां यह वायरस सक्रिय है। मलावी नाम के देश में हाल ही में वाइल्ड पोलियो वायरस का केस पाया गया है। इस वजह से हमें यह ध्यान रखना होगा कि जब तक यह वायरस पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता पोलियो की दवा बच्चों को पिलाना जरूरी है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ . प्रवीण गौतम ने बताया सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर आज से पल्स पोलियो अभियान शुरू किया जाएगा जनपद में 5.76 लाख बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने का लक्ष्य है। जो बच्चे 28 मई को दवा पीने से वंचित रह जाएंगे उनके लिए माप अप राउंड में दवा पिलाने की व्यवस्था की जाएगी। इस काम में आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मदद ली जाएगी। उन्होंने बताया 28 मई से चलने वाले अभियान के लिए माइक्रो प्लान को तैयार कर लिया गया है। इसके लिए 1941 बूथ बनाए जाएंगे। 1408 टीमों का गठन किया गया है। अभियान के लिए 77 मोबाइल टीम बनाई गई हैं। इसके अतिरिक्त 229 ट्रांजिट टीम भी बनायी गयी हैं। अभियान के लिए 390 सुपरवाइजरों को लगाया जाएगा। अभियान के लिए शून्य से पांच साल के 5.49 लाख बच्चों को प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान में सहयोग करने के लिए यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ, और यूएनडीपी के प्रतिनिधि रहेंगे। उन्होंने जनपद वासियों से अनुरोध किया है कि वह बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डा विश्वास चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा प्रवीन गौतम, डा आर के सिरोहा, डीपीएम मनीष बिसारिया, राम नारायण सिंह, बब्बन शुक्ला, यूनिसेफ से नजमू निशा आदि मौजूद रहे।
डा गौतम ने बताया कि पोलियो का वायरस मल के साथ निकलता है और संक्रमित मल के संपर्क में आने से संक्रमण फैलता है। पोलियो का वायरस श्वांस के जरिए भी मानव शरीर में प्रवेश कर जाता है। यह विषाणु जनित तीव्र संक्रामक रोक तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। यह मस्तिष्क और रीढ़ की प्रभावित करते हुए शरीर को दुर्बल करता है। इससे लकवा और सांस लेने में कठिनाई के साथ ही कई बार मृत्यु तक हो जाती है। उन्होने कहा साफ सफाई रखनी बेहद जरूरी है।