मेरठ। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम महिलाओं के लिए बनाए गए तीन तलाक कानून को लेकर तारीफ करती रहती है और मुस्लिम महिलाओं के समर्थन के दावे भी ठोकती नहीं थकती। वहीं दूसरी ओर कई जगह तीन तलाक पीड़िता इंसाफ के लिए दर दर भटकती हुई नजर आने लगी हैं। कारण पुलिस की लापरवाही बन रही हैं। जिससे भाजपा की छवि भी धूमिल हो रही है। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब थाना किठौर पुलिस पीड़िता को इंसाफ दिलाने के बजाए आरोपियों को संरक्षण देने में सक्रिय दिखी। पीड़िता ने आईजी रेंज को प्रार्थना पत्र देकर निष्पक्ष जांच व आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। आईजी नचिकेता झा ने मामले का संज्ञान लेते हुए विवाहिता को कार्यवाही का आश्वासन दिया।
सोमवार को श्यामनगर निवासी विवाहिता प्रार्थना पत्र लेकर आईजी कार्यालय पहुंची। विवाहिता ने बताया कि उसकी शादी शोएब पुत्र ओसाफ निवासी ग्राम असीलपुर थाना किठौर से 21 जुलाई 2018 को मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार हुई थी। शादी के कुछ माह बाद से दहेज की मांग को लेकर उत्पीड़न किया जाने लगा। विवाहिता ने सन् 2018 में महिला थाने में दहेज अधिनियम का मुकदमा लिखवाया। कुछ माह बाद ससुरालियों ने समझौता कर लिया और विवाहिता को ससुराल ले गए। जिसके बाद ससुरालियों ने विवाहिता पर दबाव बनाकर उक्त मुकदमा खत्म करा लिया। मुकदमे खत्म होने के कुछ दिन बाद से ससुरालियों का व्यवहार बदल गया और फिर से मारपीट करने लगे। विगत 13 दिसंबर 2023 को विवाहिता के ससुर ओसाफ के कहने पर पति मौ. शोएब ने तीन तलाक दे दी। 10 जनवरी 2024 को ससुराल वालों के खिलाफ थाना किठौर में तीन तलाक समेत कई धाराओं में मुकदमा लिखवाया। विवाहिता ने बताया कि उसके तीनों जेठ गांव में ही अलग-अलग मकानों में रहते हैं और सास ससुर भी जेठ बिलाल के घर रहने लगे। उसके बाद से विवाहिता तीन छोटे छोटे बच्चो समेत ससुराल के मकान में अकेली रह रही थी। विवाहिता ने बताया कि ससुरालियों ने उसे घर से निकालने के लिए बिजली पानी सब बंद कर दिया। जिससे विवाहिता परेशान होकर घर से निकल जाए। जब इससे भी बात नहीं बनी तो विगत 21 जनवरी 2024 को जेठ अब्दुलरब, बिलाल, ससुर ओसाफ व सास हाजरा समेत कई लोगों ने घर मे घुसकर मारपीट कर दी, जब विवाहिता ने कंट्रोल रूम पर शिकायत करने के लिए मोबाईल निकाला तो उससे मोबाईल भी छीन लिया। पीड़िता किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंची और पुलिस को तहरीर दी।
घंटो बाद पुलिस ने दूसरी तहरीर लिखवाई और डाक्टरी के लिए भेजा। विवाहिता ने बताया कि आरोपियों को लाभ देने के उद्देश्य से पुलिस ने मामूली धाराओं में केस दर्ज किया है। मुकदमा दर्ज हुए 1 माह बीत चुका है, लेकिन विवेचना अधिकारी रजत सिंह ने आज तक प्रार्थनी के बयान भी दर्ज नहीं किए। विवाहिता ने आईजी नचिकेता झा से उक्त मामले में निष्पक्ष जांच कराकर आरोपियों की शीर्घ गिरफ्तारी करने की गुहार लगाई है।
किठौर थाने में आज भी दलाल तंत्र हावी
थाना किठौर में दलाल तंत्र का हमेशा बोलबाला रहा है। चाहे पूर्व की सरकारें हों या मौजूदा भाजपा सरकार। जिस समय विवाहिता तहरीर लेकर थाने पहुंची थी तो उसी दौरान एक दलाल की एंट्री होती है, जो पुलिस के सामने ही विवाहिता को धमकाने का प्रयास करने लगा। विवाहिता ने बताया कि जब वह तहरीर लेकर थाना प्रभारी सुनील कुमार के पास पहुंची तो उसी दौरान ललियाना निवासी बदर पुत्र इंतजार उसके पास पहुंचा। पुलिस के सामने ही उसने विवाहिता को धमकाया और तहरीर वापस लेने का दबाव बनाया। जब विवाहिता ने महिला हैल्पलाईन से लेकर एससएसपी को फोन के माध्यम से मामले को अवगत कराया तब जाकर पुलिस ने तहरीर ली और पीड़िता को डाक्टरी के लिए भिजवाया। यहां भी पुलिस ने मनमर्जी की तहरीर लेकर केस को मामूली धाराओं में दर्ज किया।