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Meerut news update :- मेरठ में दिन निकलते ही आज सिविल लाइन थाना क्षेत्र के इव्स चौराहे पर प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भ्रूण लिंग जांच की शिकायत पर सोनीपत की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छोपमारी की। अल्ट्रा साउंड विशेषज्ञ डॉ मनीषा रस्तोगी, 2 रिसेप्शनिस्ट और एक दलाल को मौके से पुलिस ने गिरफ्तार किया गया। सोनीपत के पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ प्रदीप भी मौजूद रहे। टीम ने नकली मरीज़ बनाकर सेंटर पर भेजा गया था। जिसके बाद इस पूरे खेल का पर्दाफाश हो गया। डीएम दीपक मीणा के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा भी छापेमारी की कार्रवाई में मुख्य रूप से मौजूद रहे।
हरियाणा के सोनीपत जिले के पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉ. प्रदीप ने बताया कि उन्हें मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ईव्ज चौराहा स्थित प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पिछले काफी दिनों से भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद एक माध्यम से अल्ट्रासाउंड सेंटर की संचालक डॉ. मनीषा रस्तौगी से संपर्क किया गया।
डॉ. मनीषा रस्तोगी ने भ्रूण लिंग जांच के लिए 12 हजार की रकम तय की। गुरुवार को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डीएम मेरठ से संपर्क करते हुए मामले की जानकारी दी। डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने एक टीम का गठन किया और अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर हरियाणा और मेरठ की टीम ने अपना जाल बिछा दिया।
कार्यवाही के दौरान मेरठ के पीसीपीएनडीटी प्रभारी डॉ. प्रवीण गौतम भी मौजूद रहे। इसके बाद दलाल के साथ एक फर्जी महिला मरीज को अल्ट्रासाउंड सेंटर में भेजा गया। डॉ. मनीषा रस्तोगी ने मरीज की जांच करने के बाद उसके गर्भ में बेटा होने की पुष्टि की। जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए मेरठ और हरियाणा की टीम ने डॉक्टर मनीषा रस्तोगी को धर दबोचा। सोनीपत के पीसीपीएनडीटी अफसर डॉ. प्रदीप ने बताया कि मौके से अल्ट्रासाउंड सेंटर में मौजूद दो महिला रिसेप्शनिस्ट व सुरेंद्र नाम के दलाल को भी हिरासत में लिया गया है। इसी के साथ अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर दी गई है।
शाहनवाज खान की रिपोर्ट
मेरठ खबर