झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची ईडी की टीम को सीएम हेमंत से पूछताछ करने में सफलता नहीं मिली। रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी को खाली हाथ लौटना पड़ा। हालांकि, टीम में शामिल ईडी के अधिकारियों ने सोमवार शाम HR नंबर की गाड़ी जब्त कर ली है। भाजपा ने सीएम पर भगोड़ा होने का आरोप लगाया है। जानिए इस मामले से जुड़ा अपडेट
जमीन घोटाला मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। प्रदेश में कथित तौर पर राजनीतिक अस्थिरता का माहौल गहराने लगा है। इसी बीच CM हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर पूछताछ करने पहुंची टीम को सोमवार शाम निराशा हाथ लगी। ईडी के अधिकारी सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल नहीं कर सके, क्योंकि पूरे दिन इंतजार करने के बावजूद मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी।
देर शाम ED की टीम सीएम हेमंत के दिल्ली आवास से खाली हाथ लौटी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि ईडी के अधिकारी दिल्ली आवास से कुछ अहम कागजात और हरियाणा नंबर (HR) की गाड़ी (बीएमडब्ल्यू) जब्त कर ले गए हैं। झारखंड विधानसभा में विपक्षी पार्टी भाजपा ने सीएम हेमंत पर भगोड़ा होने का आरोप लगाया है। इसी बीच परिवार ने कहा है कि किसी से मुलाकात नहीं होने की व्याख्या उसे भगोड़ा घोषित कर नहीं की जानी चाहिए।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के मामले में समाचार एजेंसी- पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने 12 घंटे से अधिक समय तक सीएम हेमंत का इंतजार किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों ने दावा किया कि सोरेन ‘लापता’ (missing) हैं। हालांकि, परिवार के सदस्य का आरोप है कि हेमंत को बदनाम करने, उनकी स्थिति कमजोर और गैरकानूनी (delegitimise) बनाने के लिए ‘झूठी कहानी’ गढ़ी जा रही है।
परिवार के सदस्य ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, सीएम की तरफ से ईडी को लगातार सूचना भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने समन का अनुपालन भी किया है। उन्होंने 31 जनवरी को दोपहर एक बजे रांची आवास पर बयान दर्ज कराने की बात भी बताई है। परिवार के मुताबिक सोरेन निजी काम से रांची से दिल्ली गए हैं। 27 जनवरी को दिल्ली रवाना हुए सीएम हेमंत 31 जनवरी को बयान दर्ज कराने से पहले वापस लौट आएंगे।
दूसरी तरफ भाजपा ने आरोप लगाया है कि पूछताछ के डर से पिछले 18 घंटे से सीएम हेमंत फरार (absconder) हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की विपक्षी पार्टी- भाजपा ने गवर्नर सीपी राधाकृष्णन से इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की है। बीजेपी का कहना है कि पूरे प्रकरण के कारण झारखंड की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
- ED के अधिकारियों ने 20 जनवरी को हेमंत सोरेन से रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ की।
- नया समन जारी कर 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपलब्धता की पुष्टि का निर्देश।
- एजेंसी को भेजे पत्र में पूछताछ की तारीख और समय की पुष्टि नहीं।
- 31 जनवरी को रांची आवास पर बयान दर्ज कराने की सहमति। ईडी को भेजे ई-मेल में लिखा- 20 जनवरी को सात घंटे की पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग अदालत में सुरक्षित तरीके से पेश करने की अपील।
- 48 वर्षीय सीएम हेमंत झामुमो प्रमुख भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की कार्रवाई राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए ‘राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित’ है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ईडी के अधिकारी, दिल्ली पुलिस के जवानों और अधिकारियों के साथ सुबह करीब नौ बजे से ही दक्षिणी दिल्ली में 5/1 शांति निकेतन भवन पहुंचे। रात नौ बजे के बाद भी ईडी के अधिकारी वहां मौजूद रहे। ईडी के अधिकारी रात 8 बजे कुछ देर के लिए परिसर से बाहर निकले। आवास के बाहर खड़ी एक बीएमडब्ल्यू कार की जांच भी की गई।
एक सूत्र ने कहा ईडी की टीम मुख्यमंत्री से पूछताछ करने के लिए उनके आवास पर आई थी, लेकिन वह यहां नहीं मिले। ईडी की टीमें दिल्ली में झारखंड भवन और कुछ अन्य स्थानों पर भी गई, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं मिले। सूत्रों ने कहा कि ईडी की टीमें सोरेन के लौटने तक आवास पर रहेंगी। अधिकारी दिल्ली हवाई अड्डे पर भी निगरानी रख रहे हैं।
इससे पहले झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने भी सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी शख्स कानून से परे नहीं जा सकता। उन्होंने जमीन घोटाला मामले में ईडी की जांच से जुड़े एक सवाल पर कहा कि आज नहीं तो कल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तमाम सवालों के जवाब देने पड़ेंगे। राष्ट्रपति शासन की कयासबाजी पर प्रदेश के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा, राजभवन पूरे हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है। राज्यपाल के मुताबिक अभी राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावनाओं पर बात करना जल्दबाजी है।