मेरठ में तेजाब पीने से बीमार युवती की मंगलवार को मौत हो गई उसके परिजन आज उसे लेकर ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत करने एसएसपी कार्यालय गुहार लगाने आये थे। पुलिस से जवाब नहीं मिलने पर वे वापस ई-रिक्शा से घर लौट रहे थे। त तभी युवती की अचानक तबियत बिगड़ने पर रास्ते में ई -रिक्शा पर ही बेटी ने दम तोड़ दिया। परिजन का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उनकी बेटी को टॉर्चर करते थे। वे दहेज की अनचाही मांग करते थे। मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों ने उनकी बेटी को तेजाब पिला दिया था। परिजन ने पति समेत ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि गाजियाबाद के मोदी नगर ग्राम बखरवा के रहने वाले नरेन्द्र ने बताया, उसकी बहन सरिता की शादी 5 फरवरी 2023 को मेरठ के ब्रहमपुरी के माधवपुरम निवासी धर्मेंद्र से हुई थी। दोनों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुई थी। डीएम से लेकर कई प्रशासनिक अफसर उस शादी में मौजूद थे। सभी ने दोनों को आशीर्वाद भी दिया था। शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष के लोग दहेज न मिलने पर सरिता को परेशान रखने लगे।
सरिता के भाई ने बताया कि सरिता का पति धर्मेंद्र, जेठ समय सिंह और जेठानी उसकी बहन के साथ रोज मारपीट करतीं थी। वे कहते थे तू इस घर से निकल जा और तभी आना जब तेरे घरवाले दहेज में एक बाइक और 1 लाख रुपये दे। सरिता ने कुछ दिनों तक तो चुप रहकर सब कुछ सहा लेकिन जब उससे सहन नहीं हुआ तो उसने घरवालों को अपनी आपबीती बताई। जिसके बाद उसके घरवालों ने जल्द सब ठीक होने की बात कही। सरिता भी परिवार वालों के कहने पर चुप हो गई। लेकिन ससुराल वालों का टॉर्चर करना बंद नहीं हुआ।
सरिता के भाई ने बताया कि 16 अगस्त 2024 को रात में 7.30 बजे पति धर्मेंद्र, जेठ समय सिंह और जेठानी अनिता ने जान से मारने की नीयत से सरिता को जबरन तेजाब पिला दिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। शोरगुल सुनकर पड़ोसी पहुंचे। उन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। तबीयत बिगड़ने पर ससुराल वाले उसका इलाज कराने की बजाय मायके मोदीनगर छोड़ आए।
परिजनों ने घटना के बाद एसएसपी से पति समेत ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत की। जिसके बाद ब्रह्मपुरी थाने में रिपोर्ट तो दर्ज हुई लेकिन पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस ने कहा कि दहेज हत्या 7 साल से कम सजा के मामले में आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। मंगलवार को भी सरिता अपने घरवालों के साथ मेरठ एसएसपी के कार्यालय पहुंची थी। वह बाहर काफी देर तक बैठी रही। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उसे घर जाने को कहा। परिजन उसे लेकर ई-रिक्शा से घर जा ही रहे थे कि उसकी मौत हो गई।
सरिता के पिता बखरवा मोदीनगर के विजयपाल मजदूरी करते हैं। उनके दो बेटे और दो बेटी में शशि छोटी थी। भाई नरेंद्र ने बताया कि पति और ससुराल वाले वे लगातार दहेज की मांग करते थे। हमने ब्रह्मपुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की। इस पूरे मामले में थाना प्रभारी राजीव कुमार का कहना था कि जो धाराएं लगी हैं उनमें सात साल से कम सजा का प्रावधान है, ऐसे में दबिश नहीं दे सकते हैं। बेटी के शव को गोद में लेकर रो रही मां शशि ने बताया कि गरीबी के चलते मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत शादी कराई थी। शादी का आयोजन गाजियाबाद मोदीनगर के भोजपुर में हुआ था। उस समय तो दहेज नहीं मांगा था लेकिन बाद में बेटी के साथ मारपीट करते थे। दहेज के लालच में मेरी बेटी की जान ले ली।
ब्रहमपुरी थाना प्रभारी राजीव कुमार का कहना है कि 29 सितंबर को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सरिता माधवपुरम पुलिस चौकी पर आई थी। उसने लिखित में बयान दिया था कि ससुराल वालों के उत्पीड़न से तंग आकर उसने खुद तेजाब पी लिया था। वह अपने पति के साथ रहने चाहती है। इसके बाद सरिता के भाई ने तहरीर दी। जिस पर हमने 16 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि अस्पताल में हमने मजिस्ट्रेट के बयान करा दिए थे। सरिता ने पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने से इंकार किया था। इसके बाद सरिता के भाई ने तहरीर दी तो रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। आरोपी पति धर्मेंद्र, जेठानी अनिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। जेठ समय सिंह की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है। मुकदमे में दहेज हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।