मेरठ। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सदस्य सचिव, तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के दिशा-निर्देश अनुसार सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम-2003 को लेकर नो स्मोकिंग डे का आयोजन सुभारती मेडिकल कॉलेज मेरठ के प्रधानाचार्य डॉ प्रदीप भारती की अध्यक्षता मे स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम की शुरुआत सुभारती मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. प्रदीप भारती द्वारा की गयी, जिसमे उन्होंने मेडिकल कॉलिज के 120 एम.बी.बी.एस. विद्यार्थियों को नो स्मोकिंग डे के उपलक्ष्य मे विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए तम्बाकू से बने उत्पाद व धूम्रपान करने वाले लोगो से दूरी बनाने पर बल देते हुए कहा कि तम्बाकू एक ऐसा जहर है जो किसी भी परिवार को आर्थिक, मानसिक एवं स्वास्थ रूप से व्यक्ति को कमजोर बना देता है। इस उपलक्ष्य मे उन्होंने बच्चों को हस्ताक्षर अभियान को चलाकर जागरूक किया।
उ.प्र. वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन लखनऊ से सुरजीत सिंह, रीजनल कोऑर्डिनेटर, ने सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम(कोटपा), 2003 के मुख्य प्रावधानों को लागू किए जाने हेतु सभी अधिकारियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से निम्नलिखित जानकारी प्रदान की । उन्होंने बताया कि धारा 4 में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान प्रतिबंधित है । धारा 5 में तम्बाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष विज्ञापनों पर प्रतिबंध है।धारा 6 में नाबालिग बच्चों को या उनके द्वारा तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध तथा शैक्षिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध है।धारा 7 के अंतर्गत सभी तम्बाकू उत्पादों पर स्वास्थ्य संबन्धित चित्रात्मक चेतावनी का प्रदर्शन करनी होगी।
जिसके बाद उन्होंने सुभारती मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों को तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान की शासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी गाइडलाइन के अनुपालन पर विशेष बल दिया और आने वाले विगत माह में सभी शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त करने व साइन बोर्ड लगाकर अपनी रिपोर्ट कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजने पर चर्चा की। इसके बाद तम्बाकू उद्योगो का हस्तक्षेप रोकने हेतु समिति के सभी सदस्यों को अनुच्छेद 5.3 की जानकारी भी प्रदान की एवं किसी भी तम्बाकू कम्पनी के साथ कोई भी गतिविधि साझा नहीं करने पर बल दिया ।
सुभारती मेडिकल कॉलेज के उप प्रधानाचार्य डा. सत्यम् खेरे एवं डॉ. भावना पंत (एच.ओ.डी) द्वारा नो स्मोकिंग डे के परिपेक्ष पर समस्त विद्यार्थियों एवं अधिकारियों के साथ धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पाद का सेवन न करने की शपथ भी दिलाई गयी।