आज दिनांक 27 अक्टूबर 2024 को एमबीबीएस पाठ्यक्रम सत्र 2024 के 100 छात्र एवं छात्राओं हेतु व्हाइट कोट सेरेमनी का आयोजन मेडिकल कॉलेज के परिसर में आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में एम०बी०बी०एस० पाठ्यक्रम के छात्र/ छात्राये एवं उनके अभिभावक भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण विभाग श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा (आई ए एस) रहे, श्री अक्षय त्रिपाठी (आई ए एस) जिलाधिकारी ललितपुर एवं मुख्य विकास अधिकारी श्री कमला कांत पाण्डेय विशिष्ठ अतिथि, प्रधानाचार्य डॉ द्विजेंद्र नाथ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज अहमद, डा मिनाक्षी सिंह मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका सम्मानित अतिथि रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन डा वी डी पाण्डेय ने किया। डा अभिषेक गुप्ता ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
सर्व प्रथम प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा जी ने मेडिकल कॉलेज कैंपस अमरपुर पहुंचे वहां उन्होंने वृक्षारोपण किया तथा लोक निर्माण विभाग, जल निगम, डिजाइन एसोसिएट तथा पीएसपी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों से बात की और उन्हें निर्देशित किया कि दिसंबर माह में मै पुनः भौतिक निरीक्षण करने आऊंगा तब तक सभी कमियां पूर्ण कर मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक विभाग में कक्षाएं शुरू हो जानी चाहिए। संकाय सदस्यों के भी मेडिकल कॉलेज कैंपस अमरपुर में रहने के लिए समस्त सुविधाओं को पूरा कर लिया जाए।
श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा (आई ए एस) मुख्य अतिथि ने छात्र छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं कि आपने सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्राप्त किया है। आप सभी गुणवतापूर्ण चिकित्सकीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात अपने अंदर प्रोफेशनल एटीट्यूड पैदा करें। कठिन परिश्रम से आप नेटवर्क बढ़ाइए नेटवर्क से ही नेट वर्थ बढ़ सकती है। प्रमुख सचिव ने यह भी कहा कि किसी भारतीय मूल के किसी चिकित्सक ने नोबेल पुरस्कार प्राप्त नहीं किया है मै आशा करता हूं कि ललितपुर मेडिकल कालेज में प्रवेशित नए पीढ़ी के चिकित्सकों में से कोई जरूर नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर भारत का गौरव बढ़ाए और मैं प्रधानाचार्य से भी ये अपेक्षा करता हूं कि वो मेडिकल कॉलेज में पठन पाठन एवं शोध का ऐसा वातावरण पैदा करें कि मेडिकल कॉलेज ललितपुर देश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानो मे से एक हो। कम्युनिकेशन स्किल एवं समूह में काम करने सकारात्मक परिणाम आते हैं। अंत में उन्होंने ने जन स्वास्थ सेवाओ में काम करने के मूल सूत्र बताते हुए कहा कि प्रिवेंशन, प्रमोशन, प्रोटेक्शन एवं ट्रीटमेंट को क्रम से अपनाते हुए अपने दायित्व का बेहतर निर्वहन करें। मैं छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
प्रधानाचार्य डा द्विजेंद्र नाथ ने सभागार में उपस्थित विद्यार्थियों का उत्साह वर्धन किया तथा उन्हें अनुशासन में रहकर पढ़ाई करने हेतु प्रेरित किया। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के विषय में बताते हुए प्रधानाचार्य ने कहा कि आदरणीय प्रमुख सचिव महोदय के अथक प्रयास से ही प्रदेश में 13 नए मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो पाए हैं। प्रदेश में एमबीबीएस की अब कुल 11500 सीटें उपलब्ध हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग को नई ऊंचाइयां प्रदान करते हुए बहु आयामी विकास का कार्य हुआ है। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता पाने के लिए कठिन परिश्रम एवं अनवरत पठन पाठन की आवश्यकता है। व्हाइट कोट पहनने के पश्चात मेडिकल साइंस के अध्ययन की यात्रा प्रारम्भ होती है एवं जीवन पर्यंत कुछ नया सीखने की ललक बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने ये भी कहा कि दृढ़ प्रतिज्ञा उसका अनवरत अभ्यास एवं प्रयास करते हुए ऊंचा से ऊंचा लक्ष्य भी भेदा जा सकता है। प्रधानाचार्य ने प्रमुख सचिव के निर्देशों का अक्षरशः पालन करने का वचन दिया तथा भरोसा दिलाया कि छात्रों के पठान पठान में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। चिकित्सकीय कौशल विकास को सुदृढ़ बनाते हुए देश प्रदेश में नाम रोशन करें एवं उच्च कोटि का शोध करते हुए प्रदेश एवं देश के लिए कीर्तिमान स्थापित करें।
मेडिकल कॉलेज मेरठ की डीन एकेडमिक डॉ० श्रुति सिंह ने मेडिकल के मिशन एवं विजन को बताया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने भी नए छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज परिसर से परिचित कराया।
मेडिकल कॉलेज मेरठ के विभिन्न संकाय सदस्यों ने नए छात्राओं को व्हाइट कोट की गरिमा व महत्ता बताई।सेरेमनी में सभी छात्र-छात्राओं को स्टेज पर व्हाइट कोट प्रमुख सचिव महोदय ने अपने कर कमलों धारण करवाया, जिलाधिकारी ललितपुर, मुख्य विकास अधिकारी, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष आदि ने भी सहयोग किया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य ने सभी छात्र व छात्राओ को चरक शपथ दिलायी। इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, डॉ पवन सूद, डॉ एम सी गुप्ता, डा के के मिश्र, अन्य संकाय सदस्य, सीनियर रेजिडेंट जुनियर रेजिडेंट चिकित्सक, छात्र छात्राए उपस्थित रहे।