मेरठ। वैश्विक महामारी कोविड 19 से बच निकलने के बाद, अब पशुओ से इंसानों मै फैलने वाली बीमारियों की गंभीरता से पूरी दुनिया परिचित हो गई है इस अतिआवश्यक विषय पर जागरूकता बढ़ाने हेतु प्रत्येक वर्ष 06 जुलाई वर्ल्ड जूनोटिक डे मनाया जाता है । इसी को लेकर एक सेमिनार का आयोजन यूपीएचसी नगला बटटू में आयोजित किया गया। जिसमें पशुओं से मनुष्यों मै फैलने वाली बीमारियों को जुनोटिक बीमारियां कहा जाता है, मेडिकल कॉलेज मेरठ के बाल रोग विभाग के ओपीडी एवं वार्ड में जुनोटिक बीमारियों जैसे (रैबीज, स्वाइन फ्लू, प्लेग, जापानी इंसेफेलाइटिस, स्क्रब टाइफस आदि) के बारे मे मरीज के तीमारदारों को बचाव एवं उपचार की जानकारी प्रदान की गई।
बाल रोग विभाग के सेमिनार रूम में एक सेमिनार भी आयोजित किया गया जिसमें बालरोग के विभागाध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल ने इन बीमारियों से बचाव एवं उपचार की जानकारी मरीज के तीमारदारों को दी बताया कि उक्त बीमारियों से बचने के लिए पालतू जानवरों को समय-समय पर टीके लगवाते रहने चाहिए तथा आसपास गंदगी नहीं होनी चाहिये। सेमिनार में डॉ अर्चना अग्रवाल, डॉ अल्पा राठी, डॉ रवि सिंह चौहान, डॉ सोमेश एवं विभाग के समस्त रेजिडेंट एवं तीमारदार उपस्थित रहे।वर्ल्ड जूनोटिक डे कार्यक्रम की प्रभारी अधिकारी डॉ स्नेह लता वर्मा सह आचार्य मेडिसन विभाग ने बताया कि मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ आभा गुप्ता के अध्यक्षता में मेडिसन विभाग की ओपीडी में भी जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ. सीमा जैन विभाग अध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन विभाग ने बताया कि विश्व जूनोटिक दिवस के अवसर पर कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा डॉ. संजीव कुमार प्रोफेसर कम्युनिटी मेडिसन विभाग की अगुवाई में सामान्य ओपीडी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सूरजकुंड, तथा विभाग में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान एमबीबीएस के छात्र छात्राओं तथा मरीजों व उनके परिजनों को जानवरों से होने वाली बीमारियों के विषय में अवगत कराया गया। विशेष तौर पर रैबीज तथा इसके बचाव के लिए किए जाने वाले कार्य और सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के समस्त वरिष्ठ व कनिष्ठ रेजिडेंट उपस्थित रहे।
प्रधानाचार्य डा आर सी गुप्ता ने कहा कि पशुओं से इंसानों मै फैलने वाली बीमारियों को बहुत ही गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। मैं अपील करता हूं कि यदि आप के घर में कोई पालतू जानवर है तो उसे सम्बन्धित सभी टीके लगवाएं। यदि आपको कोई भी जानवर काट ले तो लापरवाही बिल्कुल भी ना करें तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और संबंधित टीका या इंजेक्शन या दवा लें।