जहा पूरे देश मे 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। वही आज मेरठ के पहलवानों ने अखाड़े में उतर कर शहीदों की याद में आज दंगल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दंगल के कार्यक्रम में शहर से लेकर अन्य शहरों के पहलवानों ने भाग लिया वही दंगल में महिला खिलाड़ियों ने भी अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। दंगल कराने का मकसद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर युवाओ को नशे से भी स्वतंत्र रहने और देश का नाम रोशन करने और खास ध्यान दिया गया।
सालों से चले आ रहे मेरठ के बागपत गेट शिव चौक स्थित अखाड़ा नूर बक्श व्यायाम शाला में 15 अगस्त के मौके पर अखाड़ा सजाया जाता है। इस अखाड़े में सालों से चले आ रहे दंगल को शहीदो के नाम पर पहलवान खिलाड़ी जमा होते है और अपनी ताकत का मुजायरा करते है। इस बार 15 अगस्त के 78वा स्वतंत्रता दिवस भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। अखाड़े में मौजूद पहलवानों ओर उनके कोच ने अखाड़े के अंदर ध्वजारोहण किया उसके बाद दंगल की शुरुआत की गई। इस दौरान दंगल में शामिल होने के लिये मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, से लेकर अन्य शहरों से भी पहलवान इकट्ठा हुए और कुश्ती करते हुए नज़र आये।
दंगल में आये दर्शकों ने कुश्ती का खूब मजाल लिया और पहलवानों की प्रशंसा भी की। आप को बता दे कि इस दंगल के प्रोग्राम में महिला पहलवान भी शामिल रही जिन्होंने महिला कुश्ती का प्रदर्शन कर लोगो को तालिया बजाने ओर मजबूर कर दिया। हरियाणा के पूर्व आर्मी कारगिल सैनिक बाबा महेंद्र आर्या भी शामिल रहे। उन्होंने कहा कि जिस तरह आज का युवा नशे का आदि हो रहा है और गलत रास्तों की ओर जा रहे उसे रोकना हमारी जिम्मेदारी है।
शरीर को नशे का आदि नही शरीर को फौलाद जैसा होना चाहिये ताकि हमारे देश का युवा जब सीमा पर हो तो सामने वाले के देख कर होश उड़ जाये। इसी लिये हम सब मिलकर आज भी इस दंगल को चला रहे है और जगह जगह शहरों में दंगल जैसी प्रतियोगिता करा कर युवा पहलवानो का हौसला बढ़ाने का काम करते है जिससे युवा को ओर शक्ति मिलती है और वो गलत रास्तों से निकल कर अपने देश की सेवा में आगे आते है।
निजाम पहलवान गाजी ने कहा कि हमारा मकसद है कि हम लोग बच्चो को नशे से दूर करने में कामियाब रहे और युवाओ को बच्चो के शरीर को पूरा मजबूत बना सके ताकि हमारे देश के युवा दुश्मन देश मे घुस कर मारे ओर अपने देश का नाम रोशन करें।