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धर्म- अध्यात्म

मेरठ के ज़ैदी फार्म से निकाला गया मोहर्रम का जुलूस

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मेरठ के थाना नोचान्दी क्षेत्र के जैदी फार्म से 10 मोहर्रम का जुलूस बरामद हुआ। ये जुलूस मौला अली की याद में ज़ैदी फार्म की इमामबारगाह से होकर कर्बला पहुँचता है जहाँ ताज़िया ओर अलम को दफन करने के बाद फाका खोला जाता है।

मोहर्रम की 10 तक़रीख का जुलूस

यू तो मोहर्रम की चांद की तारीख से ही सभी इमामबारगाहो में मजलिसे शुरू हो जाती है और मोहर्रम की 1 तारीख से लेकर 10 तारीख तक इमामबारगाह में इमाम हुसैन को मजलिसों के जरिये याद किया जाता है मजलिसों में बकायदा बताया जाता है कि 1400 साल पहले एक जालिम यजीद नाम का बादशाह हुआ करता था जिसने इस्लाम को खत्म कर अपनी हुकूमत करनी चाहिई लेकिन नबी के नवासे ओर उनके जानशीनो ने यजीद के मंसूबो पर पानी फेर दिया और कर्बला में जंग के दौरान इमाम हुसैन ओर उनके परिवार को शहीद कर दिया लेकिन इस्लाम को नही मिटा पाया इंसानियत को नही खत्म कर सका आज मौला अली की चाहत में करोड़ो लोग ताज़िये अलम निकलते है उनकी शहादत को याद किया जाता है कहा जाता है 7 मोहर्रम से लेकर 10 मोहर्रम तक जंग में इस्लाम के फरिश्ते इमाम हुसैन ओर उनके परिवार के लोग शहीद होते गये सर कलम कर दिए गए मासूमो को पानी नही पीने दिया गया था मासूम बिना पानी के शहीद हो गए लेकिन इस्लाम आज भी बुलंद था और तब भी बुलंद रहा 1400 साल पहले के वाकया मजलिसों में जब पड़ा जाता है तो इंसान की रूह कांप जाती है यही मोहर्रम के वक्त अजादार अपने आंसुओ से सराबोर हो जाते है और गम में शरीक होकर मातम करते हुए मौला अली को याद करते है।

10 मोहर्रम के जुलूस को 1400 साल पहले की तरह एक लश्कर बन कर निकाला जाता है आजाद काले रंग के कपड़े पहनते है सुर्ख अलम ओर ताजियों को निकाला जाता है कहा जाता है कि ये सुर्ख अलम ओर झंडे इसलिए निकाले जाते है कि कर्बला के मैदान में जंग के वक्त हर लिबास पहचान और यहाँ तक कि झंडे भी खून में सुर्ख हो गये थे जिसकी पहचान दुलजना जब निकाला जाता है तो देखी जा सकती है कि कितना सितम इमाम हुसैन ओर उन 72 लोगो पर हुआ होगा यहाँ तक कि इमाम हुसैन की सवारी जिसे दुलजना कहा जाता है उसके भी जिस्म में तीर लगे और आखिर में वो भी कर्बला के मैदान में शहीद हो गया था।

मुतवल्ली हाजी खुर्शीद हैदर ज़ैदी मेरठ

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धर्म- अध्यात्म

हिंदूवादी नेता शिवम द्विवेदी ने हिंदू संगठनों से की अपील 6 दिसंबर को श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में सभी लोग पहुंचकर करें दीपदान

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हरदोई: श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के प्रदेश मंत्री शिवम द्विवेदी ने सभी हिंदू संगठनों से अपील करते हुए कहा 6 दिसंबर को श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में सभी लोग पहुंचकर दीपदान करें। प्रत्येक हिंदू श्री कृष्ण जन्मभूमि मूल गर्भ ग्रह पर दीपदान करेंगे। 6 दिसंबर शौर्य दिवस के अवसर पर दीपदान किया जाएगा। श्री द्विवेदी ने कहा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। भारत प्राचीन काल से ही वैदिक सनातनी परंपराओं को मानने वालों का देश है। विश्व में हर धर्म पंथ के अपने अलग देश है। इसलिए भारत देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए।

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धर्म- अध्यात्म

करवा चौथ पर ब्यूटीपार्लर बना एलआईयू कार्यालय

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मेरठ। करवा चौथ पर  बुधवार को जहां पूरे देश में सुहागिनें अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रख रहीं हैं। पति के लिए सोलह श्रृंगार कर रही हैं। वहीं मेरठ का एलआईयू  दफ्तर ब्यूटी पार्लर बन गया। दफ्तर में कार्यरत महिला पुलिसकर्मियों ने ऑफिस में ही अपने मेंहदी लगवाई।

बता दें महिला पुलिसकर्मियों के अनुसार ड्यूटी के कारण तैयार होने का समय नहीं मिला। मेंहदी भी नहीं लगवा पाईं। इसलिए अब ऑफिस में ही शगुन कर रही हैं। नौकरी भी करनी है। बुधवार को दफ्तर का नजारा  देखने वाला था। एलआईयू विभाग में  कार्यरत महिला पुलिसकर्मी अपने हाथों में आर्टिस्ट से मेहंदी लगवा रही हैं। इसका बुधवार को एक वीडियो भी सामने आया है। इसके बकायदा ब्यूटीशियन को बुलाया गया। जिसने वहां पर तैनात महिला कर्मचारियों को हाथों में मेहंदी लगायी।  एक महिला पुलिसकर्मी की प्रोफाइल से अपलोड किया गया। जो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बैकग्राउंड म्यूजिक मेंहदी है रचने वाली..भी बज रहा है।

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धर्म- अध्यात्म

करवा चौथ से पूर्व बाजारों में जमकर खरीददारी करने में जुटी महिलाएं

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मेरठ ।  एक नवम्बर को होने वाले  करवाचौथ के लिए बाजार गुलजार हो गए हैं। रविवार को छुट्टी के कारण दोपहर से रात तक बाजारों में भीड़ उमड़ी। ब्यूटी पार्लर से लेकर सोने चांदी की दुकान तक महिलाओं की भीड उमड रही है।  सास और बहुएं एकसाथ शॉपिंग कर रही है।  बुटीक से डिजाइनर ड्रेस और मीना बाजार से मैचिंग की चूड़ियां खरीदी गईं। पर्व के मद्देनजर विशेष छूट दी जा रही है।

एक नवम्बर  बुधवार को करवाचौथ मनाया जाएगा। इससे पूर्व ब्यूटी पार्लर में अभी से बुकिंग शुरू हो गई है। यहां पर तरह-तरह के पैकेज दिए जा रहे हैं। सास, बहू और ननद में एक का मेकअप निशुल्क है। कपड़ों और साड़ियों पर 25 से55 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है।  कई परिधानों पर  छूट दी जा रही है।  मीना बाजार घंटाघर, सदर, शारदा रोड, भगत सिंह मार्केट, वैली बाजार ,शास्त्री नगर, जाग्रति विहार, लालकुर्ती आदि क्षेत्रों में चूड़ियों की दुकानों पर भारी भीड़ है। महिलाओं को राजस्थानी और गुजराती स्टाइल की चूड़ियां लुभा रही हैं। हैदराबाद स्टॉक भी महिलाओं को पसंद आ रहा है। लाख, वेलवेट, कुंदन, रेशम और कांच आदि सभी प्रकार की चूड़ियों की मांग है।महिलाओं के सोलह शृंगार में बिछिया, पायल और मंगलसूत्र सबसे महत्वपूर्ण हैं।

 सराफा दुकानों पर डिजाइनदार आभूषण बने महिलाओं के बने पहली प्रसंद 

रविवार को सराफा बाजार  समेत अन्य सुनार की दुकानों पर भारी संख्या में महिलाओं ने बिछिया और पायल खरीदी। इस बीच लाइटवेट अंगूठी और चेन आदि की भी खरीदारी की  जा रही है। बाजार बंद होने तक सराफा दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। सोने चांदी के अलावा आर्टिफिशियल आभूषण भी महिलाओं को काफी भा रहे है।रेडिमेड गारमेंट्स व साडी की दुकानों पर काफी भीड महिलाओं को देखी जा रही है।  खरीदारी भी रिकॉर्ड हो रही है।

 ब्यूटी पार्लर पर चल रही वेटिंग

करवा चौथ पर अपने को सजने व सवारने की होड़ लगी हुई है। इसका अंदाजा आपको ब्यूटी पार्लर पर चल रहे वेटिंग को देख कर लग जाएगा। जहां पर ब्यूटी पार्लर में सिमित संख्या में कर्मचारी काम करते थे वहीं कारवा चौथ को देखते हुए संचालिकाओं ने प्राइवेट कर्मचारी को पकड़ लिया है। जिसमें महिलाए व पुरूष शामिल है। अपने को संवारने के लिए ब्यूटी पार्लर में खुल का पैसा खर्च कर रही है। एक संचालिका ने अपना नाम छापने की शर्त पर बताया कि दो से चार हजार महिलाएं अपने को संवारने के लिए खर्च कर रही है।

 हाथों को डिजाइन तरीके से मेहंदी रचा रही महिलाएं

करवा चौथ पर सबसे ज्यादा महिलाएं अपने को संवारने में  मेहनत करती है। उसी में हाथ सबसे महत्वपूर्ण है । शहर के बाजार में सड़क के किनारे  हाथों पर मेहंदी लगाने के लिए जगह-जगह पर युवतियां व युवक दिखाई  दे रहे है। अपने हाथों में मेहंदी लगाने के लिए महिलाओं को घंटे तक इंतजार किया जा रहा है।

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