मेरठ नगर निगम में हुई शनिवार को मारपीट मामले में विधायक अतुल प्रधान और पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा रविवार की दोपहर के बाद एसएसपी से मिलने उनके कार्यालय पर पहुचे। इस दौरान उन्होंने एसएसपी से इस मामले में आरोपी एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज और मंत्री सोमेंद्र तोमर समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने उन्हें निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
एसएससी मेरठ रोहित सजवाण से मिलकर बाहर निकले सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि इस मामले को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट है और अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। भाजपाइयों की ज्यादती बढ़ गई है इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अब किसी भी हाल में इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नही किया जायेगा।
उन्होंने कहा भाजपा के एमएलसी और मंत्री ने सदन की गरिमा को तार-तार कर दिया। इस दौरान पुलिस के हाथ बांधे मूकदर्शक बनी रही और पार्षद सदन से लेकर सड़क तक पीटते रहे। पूरी घटना कैमरों में कैद है। पार्षदों पर छेड़छाड़ का आरोप बेबुनियाद हैं। शिक्षा और भू माफिया एमएलसी व मंत्री की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। पार्षद इनके खिलाफ पोल खोल अभियान चलाएंगे।
नगर निगम बवाल मामले में अज्ञात में रिपोर्ट दर्जनिगम की बैठक में शनिवार को हुए बवाल और दो पार्षदों को दौड़कर पीटने के मामले में दिल्ली गेट थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने तहरीर पर आईपीसी की धारा 147, 323, 504, 506 और एससी-एससी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज की है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी जांच की जाएगी। इसके अलावा नगर आयुक्त से भी रिपोर्ट मांगी गई है कि वे कमेटी से जांच कराकर पूरे घटना की वजह का पता करें। भाजपा पार्षद की तरफ से दी गई तहरीर पर एसएसपी का कहना है कि उसकी जांच की जा रही है। जो भी सामने आएगा उसके अनुरूप कार्य किया जाएगा