मेरठ। अभी तक आपने फिल्मो में देखा था की कैसे फ़र्ज़ी सीबीआई या अन्य केंद्रीय एजेंसी की टीम जाकर बड़ी सफाई से राइड करती है और धन को लूटकर फरार हो जाती है लेकिन मेरठ में असलियत में ऐसी घटना हुई जब सीबीआई की एक नकली टीम भावनपुर इलाके में पहुंच गयी। लेकिन ग्रामीणों की सूझबूझ के चलते सीबीआई की नकली टीम का भेद खुल गया और ग्रामीणों ने इस टीम की खातिरदारी कर इन्हे पुलिस को सौप दिया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
मेरठ के थाना भावनपुर क्षेत्र के लालपुर गांव में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब गांव के रहने वाले दीपक कुमार के घर सीबीआई की एक टीम ने रेड कर दी. दीपक ने बताया कि जुलाई 2023 में उसके घर पर सीबीआई की टीम ने छापा मारा था। जब तक दीपक अपने घर पहुंचा तब तक तथाकथित सीबीआई टीम के अधिकारी परिवार के लोगों को बहुत डरा चुके थे। इसके बाद सीबीआई टीम ने उसे मुकदमे और आजीवन कारावास का डर दिखाकर उससे एक लाख रुपए मांगे। मगर 80 हजार में सौदा पट गया। सीबीआई टीम 80 हजार की घूस लेने के बाद चली गई।
लेकिन इस नकली सीबीआई की टीम की हरकत यही नहीं रुकी उन्होंने दीपक को दो दिन पहले फिर फ़ोन कर दिया। और दीपक को जेल भेजने की धमकी देकर 30 हजार की डिमांड की गई। जिसके बाद आज गाड़ी में सवार तीन युवक फिर से वसूली करने पहुंच गए। लेकिन इस बार दीपक ने समझदारी दिखाते हुए ग्रामीणों के साथ तीनों को धर दबोचा। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने नाम गुलफाम, प्रदीप और विजेंद्र गौतम बताए हैं। ग्रामीणों ने आरोपियों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।