मेरठ। जिले में निकाय चुनाव में बसपा और कांग्रेस कैंडिडेट के टिकट पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दोनों पार्टियों के घोषित कैंडिडेट्स के टिकट बदलने की जोरदार चर्चा है। माना जा रहा है कि दोनों दल देर शाम तक टिकटों में बड़े बदलाव की घोषणा कर सकते हैं। बता दें कि मेरठ मेयर सीट पर बसपा ने मुस्लिम चेहरा 3 बार के पार्षद हशमत मलिक को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने पार्टी के पुराने नेता नसीम कुरैशी को प्रत्याशी बनाया है। दोनों ही टिकट बदलने की चर्चा चल रही है।
चर्चा थी कि बसपा प्रत्याशी हशमत मलिक जुमे के दिन नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। सुबह से नामांकन पत्र जमा करने का सारा वक्त गुजरने के बाद भी हशमत मलिक नामांकन पर्चा दाखिल करने नहीं पहुंचे। उधर बसपा से पूर्व सांसद और मेयर शाहिद अखलाक के भाई राशिद अखलाक, बिल्डर दारा सिंह प्रजापति भी बसपा से पर्चा ले चुके हैं। शुक्रवार को बसपा के नौशाद कस्सार ने भी मेयर का पर्चा खरीदा है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद भी बसपा में लगातार मेयर का नामांकन फार्म खरीदने वालों की लाइन लगी है। ऐसे में हशमत के टिकट पर शक जताया जा रहा है। चर्चा है कि पार्टी टिकट बदलकर पूर्व सांसद के भाई राशिद अखलाक को भी टिकट दे सकती है।कांग्रेस में भी मेयर कैंडिडेट पर टिकट बदलने की बात जोरों से हो रही है। पार्टी के घोषित प्रत्याशी नसीम कुरैशी को शुक्रवार को पर्चा दाखिल करना था। नसीम पर्चा जमा करने नहीं पहुंचे। कांग्रेस के पुराने नेता यूसुफ कुरैशी ने अपने लिए नामांकन फार्म खरीद लिया है। युसूफ कुरैशी के नामांकन फार्म खरीदते ही अफवाह उड़ी कि कांग्रेस ने टिकट बदल दिया है। नसीम की जगह युसूफ को प्रत्याशी बना दिया है। हालांकि युसूफ कुरैशी का कहना है कि उनके पास पार्टी से कोई ऑफिशियल लेटर अभी तक नहीं आया है। इसलिए वो इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। शहर में चर्चा है कि पार्टी नसीम का टिकट बदलकर युसूफ कुरैशी को प्रत्याशी बना सकती है।