मेरठ। मेरठ ही नहीं इस समय पूरेे देश में सब्जियों के दामों में आग लगी हुई है। दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली सब्जियों के आसमान छूते दामों ने गरीब, मजदूर परिवारों का जीवन नरक कर दिया है। सब्जियों के बढ़ते दामों के विरोध में मंगलवार चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के दर्जनों छात्र लोहिया नगर स्थित सब्जी मंडी पहुंचे। जहां पर छात्रों ने टमाटर, प्याज, अदरक, लहसुन और हरी सब्जियां आदि बेचकर विरोध जताया।
इस दौरान छात्रों ने आवाज लगाकर टमाटर बेचे और ग्राहकों को सब्जी खरीदने के लिए बुलाया। सब्जियों के महंगे होते दामों का विरोध करने सब्जी मंडी पहुंचे छात्र नेता विनीत चपराना का कहना है कि अभी कांवड़ यात्रा में जगह-जगह पर सेवा शिविर लगेंगे। जिसमे बड़े स्तर पर सब्जियों की आवश्यकता रहेगी। उधर महंगी होती सब्जी का प्रभाव विवि के आसपास बड़ी संख्या मे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों पर भी पड़ रहा है। जो किराए पर कमरा लेकर तैयारी करते हैं। छात्रों ने कांवड़ यात्रा के मद्देनजर लगने वाले सेवा शिविर को ध्यान में रखते हुए सब्जियों के दामों पर लगाम लगाए जाने की मांग रखी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को सब्जियों के दामों पर कंट्रेाल करने के लिए कारगर नीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कर्नाटक सरकार ने टमाटर के दाम कंट्रोल किए हैं। उसी तरह से यूपी सरकार और केंद्र सरकार को टमाटर के साथ ही अन्य सब्जियों के दामों पर कंट्रोल करना चाहिए। छात्रों का कहना था कि घर से बाहर आकर मेरठ में कमरा किराए पर लेकर जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए आजकल दो समय का भोजन करना मुश्किल हो गया है। कुछ छात्रों ने एक ही समय भोजन करना शुरू कर दिया है। अगर यहीं हालत रहे तो सब्जियों के दाम और अधिक बढ़ सकते हैं। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना होगा।