अयोध्या : रामनगरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन करीब आ चुका है. प्राण-प्रतिष्ठा शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी सोमवार 22 जनवरी को होनी है. इसे लेकर मंगलवार से छह दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत की गई है. आज अनुष्ठान का चौथा दिन है.अरण्य मंथन के साथ हवन कुंड में अग्नि देवता का प्रवेश हुआ. अनुष्ठान के मुख्य यजमान डॉ. अनिल मिश्रा ने अपनी पत्नी समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में अनुष्ठान संपन्न कराया. पूर्व से निर्धारित अनुष्ठान में प्रातः काल औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और सांय काल धान्याधिवास संस्कार संपन्न कराए गए. काशी के विद्वान पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित और पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ के साथ आए 121 आचार्य ने वैदिक मंत्र 4 के बीच आज का अनुष्ठान संपन्न कराया. चौथे दिन की पूजा में यज्ञ कुंड में आहुतियां भी डाली गई. इस बीच रामलला की नई मूर्ति की संपूर्ण तस्वीर सामने आई है. सभी अनुष्ठान 21 जनवरी तक चलेंगे।
पहली बार सामने आई रामलला की मूर्ति की तस्वीर
अधिवास प्रक्रिया एवं आचार्य: सामान्यत: प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सात अधिवास होते हैं और न्यूनतम तीन अधिवास अभ्यास में होते हैं. समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे. श्री गणेशवर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और दिशा-निर्देशन करेंगे, तथा काशी के श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे. भारतीय आध्यात्मिकता, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपरा के सभी विद्यालयों के आचार्य, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी, जो श्री राम मंदिर परिसर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दर्शन हेतु पधारेंगे.
रामनगरी पहुंचे सीएम योगी : कड़ाके की ठंड के बावजूद रामभक्तों को उत्साह चरम पर है. अनुष्ठान को लेकर शहर में जगह-जगह धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं. रामभक्त अपने-अपने तरीके से अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अयोध्या पहुंच चुके हैं. वह रामलला की आरती में हिस्सा लेंगे. सीएम हनुमान गुफा पर टेंट सिटी का भी निरीक्षण करेंगे. सोलर बोट का भी शुभारंभ करेंगे. सीएम सरयू अतिथि ग्रह, राम कथा संग्रहालय भी पहुंचेंगे. वह पीएम मोदी के दौरे की सभी तैयारियों को भी परखेंगे. सीएम ने पहले हनुमानगढ़ी पहुंचकर पूजा-अर्चना की. इसके बाद रामलला के दरबार में पहुंचकर हाजिरी लगाई.
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यह है मूर्ति की खासियत : रामलला की मूर्ति 51 इंच (4.25 फीट) है. मूर्ति कमल आसन पर विराजमान है. हाथ में धनुष-बाण भी है. आसन खास संगमरमर का बना है. इसके ऊपर 4 फीट का सिंहासन रखा जाएगा. रामलला को इसी सिंहासन पर विराजमान कराया जाएगा. खास बात यह है कि सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाई होगी. इसके अलावा मंदिर का शिखर भी सोने का होगा. हालांकि यह काम बाद में होना है. रामलला की मूर्ति की कुल कुल ऊंचाई 11 फीट होगी. आसन 3 फीट का है।
राममय हो गई अयोध्या नगरी : प्राण प्रतिष्ठा में अब तीन दिन बाकी हैं. रामनगरी पूरी तरह राममय नजर आ रही है. छात्र दीवारों पर प्रभु राम के जीवन से जुड़ी पेंटिंग कर रहे हैं. धर्म पथ पर स्ट्रीट लाइट के खंभों पर छोटे स्पीकर लगाए गए हैं. इनसे लगातार भजन बज रहे हैं. लता मंगेशकर चौक पर कलाकारों ने रंगोली’ बनाई है. अयोध्या नगर निगम और NGO की ओर संयुक्त अभियान चलाकर दुकानदारों को कूड़ेदान बांटे गए हैं. साफ-सफाई के लिए जागरूक भी किया गया है. वहीं सुरश्रा को लेकर भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले वाराणसी से पीएसी पुलिस बैंड अयोध्या पहुंचा. लता मंगेशकर चौक पर संगीत भी बजाया.
1008 किमी की दौड़ लगाकर रामनगरी पहुंचा धावक : मध्यप्रदेश के संगमनगर इंदौर से करीब छह की संख्या में मैराथन पदक विजेता दौड़ लगाते हुए रामनगरी पहुंचे. गुरुवार को टोल प्लाजा रौनाही पहुंचने पर टोल मैनेजर एसएस सिकरवार और भाजपा जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार पांडेय खुन्नु ने सहयोगियों के साथ टोली का स्वागत किया. धावक कार्तिक जोशी ने बताया कि डेढ़ सौ पदकों के नवाजे जाने के बाद युवाओं को जागरूक करने की इच्छा थी. उन्होंने सात सदस्यीय टीम के साथ रामलला के दर्शन के लिए 1008 किमी की दौड़ लगाकर 14 दिन में रामनगरी पहुंचने का लक्ष्य बनाया था. जनवरी को वे अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए थे.
कल रामलला को गर्भगृह में कराया गया था विराजमान : मंगलवार को विवेक सृष्टि परिसर में प्रायश्चित और कर्म कुटी पूजन हुआ था. इसके बाद बुधवार को रामलला की मूर्ति का परिसर में भ्रमण कराया गया था. इसी के साथ रामलला मंदिर में प्रवेश कर गए थे. गुरुवार को रामलला को गर्भ गृह में विराजमान कराया गया था. इसी कड़ी में आज (19 जनवरी) सुबह औषधाधिवास, केसराधिवास और घृताधिवास का अनुष्ठान होगा. शाम को धान्याधिवास संस्कार होगा.
कल रामलला का होगा पुष्पाधिवास : सभी अनुष्ठान वाराणसी के वैदिक विद्वान करा रहे हैं. इसी कड़ी में 20 जनवरी की शाम को पुष्पाधिवास होगा, जबकि 21 जनवरी की सुबह मध्याधिवास के साथ शाम को शय्याधिवास अनुष्ठान संपन्न कराया जाएगा. इसके बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रभु श्री राम की मूर्ति आवरण हटाएंगे और उनका दर्शन करेंगे.
विशिष्ट अतिथिगण: प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के आदरणीय योगी आदित्यनाथ आदि मौजूद रहेंगे.
विविध प्रतिष्ठान : भारतीय आध्यात्मिकता, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपरा के सभी विद्यालयों के आचार्य, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी.